चश्मे कई प्रकार के होते हैं, लेकिन हिमाचल प्रदेश में हम उन्हें दो प्रकारों में वर्गीकृत करते हैं अर्थात।
- गर्म पानी के चश्मे
- ठंडे पानी के चश्मे
हिमाचल प्रदेश में तीन प्रकार के गर्म पानी के चश्मे पाए जाते हैं –
- साधारण चश्मे – भूमिगत स्रोत से निकलने वाले अन्य सामान्य चश्मों की तरह ही हैं।
- मिनरल चश्मे – इसमें पानी होता है जिसमें कुछ मिनरल घुले होते हैं।
- थर्मल चश्मे – ये बहुत गर्म होते हैं।
अधिकांश गर्म पानी के चश्मे ब्यास और सतलुज घाटियों में पाए जाते हैं।हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में मणिकरण गर्म पानी का चश्मा हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा गर्म पानी का चश्मा है।कांगड़ा में लालूनी जलप्रपात की खोज कैप्टन ए. कोलमेन ने की थी।
1. झरने / चश्मे :- वशिष्ठ (ब्यास नदी के किनारे)
• जिला :- कुल्लू
• जल :- गर्म
2. झरने / चश्मे :- खीर गंगा (पार्वती नदी से संबंध)
• जिला :- कुल्लू
• जल :- गर्म
3. झरने / चश्मे:- कसोल (पार्वती नदी से संबंध)
• जिला :- कुल्लू
• जल:- गर्म
4. झरने / चश्मे:- मणिकर्ण (पार्वती नदी के किनारे)
• जिला :- कुल्लू
• जल :- गर्म
5. झरने / चश्मे :- रहला
• जिला :- कुल्लू मनाली)
• जल :- ठंडा