पद Pad Parichay पद परिचय की परिभाषा, भेद और उदाहरण

पद: Pad Parichay पद परिचय, भेद और उदाहरण

पद उस शब्द को कहते हैं जो किसी वाक्य में एक विशेष व्याकरणिक भूमिका निभाता है।
जब शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है, तो उसका रूप, लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि से जुड़ जाता है। इस प्रकार शब्द ‘पद’ बन जाता है।

📖पद परिचय क्या होता है?

पद परिचय का अर्थ है – वाक्य में प्रयुक्त प्रत्येक शब्द (पद) का व्याकरणिक विश्लेषण करना। इसमें यह बताया जाता है कि कौन-सा पद संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया आदि है, और उसमें कौन-कौन से व्याकरणिक गुण हैं।

📚 पद की परिभाषा

वर्णों से बना वह सार्थक समूह, जो वाक्य में प्रयुक्त होकर किसी अर्थ को प्रकट करे, उसे ‘पद’ कहा जाता है। जब शब्द व्याकरणिक नियमों से जुड़कर वाक्य में आता है, तब वह पद बन जाता है।

🧩 पद के प्रकार (Pad Ke Bhed)

हिन्दी में मुख्यतः 5 प्रकार के पद माने गए हैं:

  • 📌 संज्ञा
  • 🙋 सर्वनाम
  • विशेषण
  • ⚙️ क्रिया
  • 🔗 अव्यय
pad Parichay

🔁 विकारी शब्द (Vikari Shabd)

विकारी शब्द वे होते हैं जिनका रूप लिंग, वचन, कारक आदि के अनुसार बदलता है।
शामिल पद:

  • 📌 संज्ञा
  • 🙋 सर्वनाम
  • ✨ विशेषण
  • ⚙️ क्रिया

उदाहरण:
किताब/किताबें, अच्छा/अच्छे, खाता है/खाते हैं
Hindi Grammar pad parichay

🚫 अविकारी शब्द (Avikari Shabd)

अविकारी शब्द वे होते हैं जिनका रूप नहीं बदलता।
शामिल पद:

  • 🚶‍♂️ क्रिया-विशेषण
  • 🔗 संबंधबोधक
  • ➕ समुच्चयबोधक
  • 😲 विस्मयादिबोधक

उदाहरण:
यहाँ, किन्तु, बहुत, और, अरे, वाह

🧠 पद परिचय कैसे करें?

1️ संज्ञा:
📌 भेद, लिंग, वचन, कारक, क्रिया से संबंध

2️ सर्वनाम:
🙋 प्रकार, लिंग, वचन, कारक, क्रिया से संबंध

3️ विशेषण:
✨ किस संज्ञा/सर्वनाम की विशेषता बताता है, लिंग, वचन

4️ क्रिया:
⚙️ प्रकार (मुख्य/सहायक), काल, लिंग, वचन, कर्ता से संबंध

5️ अव्यय:
🔗 क्रिया या संज्ञा से संबंध, प्रकार (क्रिया-विशेषण, विस्मय, समुच्चय आदि)

📌 पद परिचय का उदाहरण

वाक्य: “श्याम स्कूल जाता है।”

  • 🧑‍🏫 श्याम – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक
  • 🏫 स्कूल – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक
  • 🚶‍♂️ जाता है – सकर्मक क्रिया, वर्तमान काल, पुल्लिंग, एकवचन

🧾 पद परिचय के पर्यायवाची शब्द

  • पदान्वय
  • पदनिर्देश
  • पद-विन्यास
  • पदनिर्णय
  • पदच्छेद

🧾 उदाहरण 2 – राधा फूल तोड़ रही है।

  • राधा – संज्ञा, व्यक्तिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता कारक
  • फूल – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक
  • तोड़ रही है – सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, एकवचन, वर्तमान काल, कृतवाच्य

🧾 उदाहरण 3 – वे बच्चे पार्क में खेल रहे हैं।

  • वे – सर्वनाम, पुरुषवाचक, अन्य पुरुष, बहुवचन, कर्ता कारक
  • बच्चे – संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिंग, बहुवचन, कर्ता कारक
  • पार्क में – संज्ञा + संबंधबोधक, पुल्लिंग, अधिकरण कारक, ‘खेल रहे हैं’ से संबंध
  • खेल रहे हैं – अकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, बहुवचन, वर्तमान काल

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🧾 उदाहरण 4 – राम और श्याम दोस्त हैं।

  • राम – संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • और – समुच्चयबोधक अव्यय, दो संज्ञाओं को जोड़ने वाला
  • श्याम – संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • दोस्त – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, बहुवचन
  • हैं – सहायक क्रिया, बहुवचन, वर्तमान काल

🧾 उदाहरण 5 – अरे! यह क्या हो गया?

  • अरे – विस्मयादिबोधक अव्यय
  • यह – सर्वनाम, पुरुषवाचक, एकवचन, कर्ता
  • क्या – प्रश्नवाचक सर्वनाम, कर्म
  • हो गया – क्रिया, अकर्मक, एकवचन, भूतकाल

🧾 उदाहरण 6 – बारिश के कारण मैच रद्द हो गया।

  • बारिश – संज्ञा, भाववाचक, स्त्रीलिंग, एकवचन, कर्ता
  • के कारण – संबंधबोधक अव्यय, कारणवाचक संबंध
  • मैच – संज्ञा, जातिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • रद्द हो गया – क्रिया, अकर्मक, भूतकाल, पुल्लिंग, एकवचन

🧾 उदाहरण 7 – मोहन रोज सुबह टहलने जाता है।

  • मोहन – संज्ञा, व्यक्तिवाचक, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • रोज – क्रिया-विशेषण अव्यय (आवृत्तिवाचक)
  • सुबह – संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, समयवाचक अधिकरण कारक
  • टहलने – क्रिया का रूप, धातु + “ने” (गत्यर्थ रूप), अपादान कारक
  • जाता है – अकर्मक क्रिया, वर्तमान काल, पुल्लिंग, एकवचन

🧾 उदाहरण 8 – वह धीरे-धीरे चल रहा था।

  • वह – सर्वनाम, पुरुषवाचक, अन्य पुरुष, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • धीरे-धीरे – क्रिया-विशेषण अव्यय, गत्यर्थ क्रिया की गति का बोध
  • चल रहा था – अकर्मक क्रिया, भूतकाल, एकवचन, पुल्लिंग

✍️ केवल रेखांकित पदों का व्याकरणिक परिचय

वाक्य: यह पुस्तक मेरी है।
यह – सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग

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वाक्य: कल हमने ताजमहल देखा।
कल – कालवाचक क्रिया विशेषण
ताजमहल – जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, पुल्लिंग, कर्म कारक

वाक्य: गीता ने पुस्तक पढ़ ली।
पढ़ ली – सकर्मक क्रिया, स्त्रीलिंग, एकवचन, भूतकाल

वाक्य: जल्दी चलो गाड़ी जाने वाली है।
जल्दी – अव्यय, क्रिया विशेषण (‘चलो’ क्रिया की विशेषता)

वाक्य: उपवन में सुंदर फूल खिले हैं।
सुंदर – गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, बहुवचन, विशेष्य – ‘फूल’

✅ वाक्यों में सभी पदों के सही पद परिचय

उदाहरण : अच्छा लड़का कक्षा में शान्तिपूर्वक बैठता है।

  • अच्छा – गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, एकवचन, विशेष्य – ‘लड़का’
  • लड़का – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, अन्य पुरुष, कर्ता कारक
  • कक्षा में – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, अधिकरण कारक
  • शान्तिपूर्वक – रीतिवाचक क्रिया विशेषण, ‘बैठता है’ क्रिया की विशेषता
  • बैठता है – अकर्मक क्रिया, वर्तमानकाल, पुल्लिंग, एकवचन, कर्तृवाच्य, कर्ता – ‘लड़का’

उदाहरण : मोहन अपने भाई सोहन को छड़ी से मारता है।

  • मोहन – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक
  • अपने – निजवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, सम्बन्ध कारक, विशेष्य – ‘भाई’
  • भाई – जातिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्म कारक, ‘मारता है’ का कर्म
  • सोहन को – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, समानाधिकरण संज्ञा, कर्म कारक
  • छड़ी से – जातिवाचक संज्ञा, स्त्रीलिंग, एकवचन, करण कारक
  • मारता है – सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, एकवचन, वर्तमान काल, कर्तृवाच्य, कर्ता – ‘मोहन’, कर्म – ‘भाई सोहन’
  • 📘 पद परिचय किसे कहते हैं तथा इसके कितने भेद होते हैं?
  • जब कोई शब्द वाक्य में प्रयुक्त होता है तो उसे ‘शब्द’ नहीं, ‘पद’ कहा जाता है। हिन्दी में पदों के निश्चित भेद नहीं हैं, लेकिन मुख्य रूप से पाँच प्रकार के पद होते हैं –
    📌 संज्ञा
    📌 सर्वनाम
    📌 विशेषण
    📌 क्रिया
    📌 अव्यय
  • 📘 पद परिचय का अर्थ क्या है?
  • वाक्य में प्रयुक्त शब्दों का व्याकरण की दृष्टि से जो विश्लेषण किया जाता है, वही पद परिचय कहलाता है। इसमें यह बताया जाता है कि कौन-सा शब्द किस प्रकार का है (जैसे– संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया), उसका लिंग, वचन, कारक क्या है और वाक्य में उसका संबंध क्या है।
  • 📘 संज्ञा पद परिचय किसे कहते हैं? sangya ka pad parichya kren 
  • संज्ञा का पद परिचय करते समय उस शब्द का प्रकार (जातिवाचक, व्यक्तिवाचक, भाववाचक), लिंग (पुल्लिंग/स्त्रीलिंग), वचन (एकवचन/बहुवचन), और कारक बताया जाता है।
    उदाहरण – मोहन स्कूल गया।
    🟢 मोहन – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता कारक
  • 📘 सर्वनाम पद परिचय किसे कहते हैं? vaky me sarvam ka  pad parichay
  •  
  • सर्वनाम पद का परिचय देने के लिए पहले सर्वनाम का प्रकार बताया जाता है (जैसे – पुरुषवाचक, प्रश्नवाचक, निश्चयवाचक आदि), फिर उसका लिंग, वचन, कारक और क्रिया से संबंध उल्लेख किया जाता है।
    उदाहरण – वह सो रहा है।
    🟢 वह – पुरुषवाचक सर्वनाम, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ता
  • 📘 विशेषण पद परिचय क्या होता है?
  • विशेषण का पद परिचय लिखते समय उसका प्रकार (गुणवाचक, संख्यावाचक आदि), लिंग, वचन और किस शब्द की विशेषता बता रहा है, यह स्पष्ट किया जाता है।
    उदाहरण – सुंदर फूल खिले हैं।
    🟢 सुंदर – गुणवाचक विशेषण, पुल्लिंग, बहुवचन, विशेष्य ‘फूल’
  • 📘 क्रिया पद परिचय क्या होता है?
  • क्रिया पद परिचय में यह बताया जाता है कि वह क्रिया सकर्मक है या अकर्मक, उसका काल क्या है, वह किस पुरुष और वचन में है।
    उदाहरण – वह खाता है।
    🟢 खाता है – सकर्मक क्रिया, पुल्लिंग, एकवचन, वर्तमान काल, अन्य पुरुष
  • 📘 अव्यय पद परिचय क्या होता है?
  • अव्यय पदों में रूप परिवर्तन नहीं होता। इनमें क्रिया-विशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक आदि आते हैं।
    उदाहरण – वह जल्दी आया।
    🟢 जल्दी – क्रिया-विशेषण अव्यय, ‘आया’ क्रिया की विशेषता
  • अगर आप चाहें तो इन FAQs को इमेज या पीडीएफ के रूप में भी तैयार कर सकता हूँ।