📘 क्रिया Kriya– परिभाषा, भेद और उदाहरण | Kriya in Hindi
📌 क्रिया क्या है? (What is Kriya in Hindi?)
क्रिया वह शब्द है जो किसी व्यक्ति, वस्तु या जीव के कार्य (Action), स्थिति (State) या घटना (Event) के बारे में जानकारी देता है। उदाहरण के लिए:
राम खाना खा रहा है।
बच्चा सो रहा है।
वह पढ़ता है।
इन उदाहरणों में “खा रहा है”, “सो रहा है” और “पढ़ता है” – ये सभी क्रियाएँ हैं।

🧩 क्रिया के मुख्य लक्षण (Features of Kriya):
यह विकारी शब्द है (रूप बदलता है)।
इसके द्वारा लिंग, वचन, काल आदि का ज्ञान होता है।
यह संज्ञा/सर्वनाम पर निर्भर होती है।
यह किसी कार्य या स्थिति की जानकारी देती है।
🧱 क्रिया के प्रकार (Types of Kriya in Hindi):
1️⃣ सकर्मक क्रिया (Transitive Verb)
जिस क्रिया के लिए कर्म (object) आवश्यक हो, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं।
उदाहरण: वह सेब खा रहा है। (सेब = कर्म)
2️⃣ अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)
जो क्रिया बिना कर्म के ही पूरी हो जाए, वह अकर्मक क्रिया कहलाती है।
उदाहरण: वह सो रहा है, पक्षी उड़ रहे हैं।
3️⃣ प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद:
कर्तृवाच्य क्रिया: जब कर्ता मुख्य होता है। जैसे – राम गाना गा रहा है।
कर्मवाच्य क्रिया: जब कर्म को प्रमुखता दी जाए। जैसे – गाना गाया जा रहा है।
भाववाच्य क्रिया: जब कर्ता और कर्म दोनों स्पष्ट न हों। जैसे – यहां लड़ाई हो रही है।
🕒 क्रिया के काल (Tenses in Kriya):
वर्तमान काल: मैं खा रहा हूँ।
भूतकाल: मैं गया था।
भविष्यत काल: मैं जाऊँगा।
🔍 धातु और क्रिया में अंतर
धातु: क्रिया का मूल रूप – जैसे: “जा”, “खा”, “पढ़”।
क्रिया: जब धातु में “ना” या काल/वचन/लिंग के अनुसार रूप जुड़ जाए – जैसे: जाना, खाता है, खाएगा।
📝 उदाहरणों के साथ स्पष्टता
वाक्य | क्रिया |
मोहन स्कूल गया। | गया |
वह खाना खा रही है। | खा रही है |
वे किताब पढ़ते हैं। | पढ़ते हैं |
लड़का दौड़ रहा है। | दौड़ रहा है |
🔤 धातु के भेद
🧱 धातु दो प्रकार की होती है:
📌 1. मूल धातु
👉 यह स्वतः पूर्ण होती है और किसी अन्य शब्द पर निर्भर नहीं होती
📝 उदाहरण: जा, खा, पी, रह
📌 2. यौगिक धातु
👉 यह मूल धातु में प्रत्यय जोड़कर, दो धातुओं को मिलाकर या संज्ञा/विशेषण में प्रत्यय जोड़कर बनती है
📝 उदाहरण: उठाना, उठवाना, दिलवाना, खेलना-कूदना, बतियाना, गरमाना
⚙️ यौगिक धातु के प्रकार
📌 1. प्रेरणार्थक क्रिया (Causative Verb)
💡 जब कोई क्रिया किसी अन्य से कराई जाती है, तो वह प्रेरणार्थक होती है
🧪 यह क्रिया “आना/लाना” या “वाना” जैसे प्रत्ययों से बनती है
🔤 मूल क्रिया | ⚙️ प्रेरणार्थक क्रिया |
उठना | उठाना, उठवाना |
देना | दिलाना, दिलवाना |
करना | कराना, करवाना |
सोना | सुलाना, सुलवाना |
खाना | खिलाना, खिलवाना |
📌 2. यौगिक क्रिया (Compound Verb)
🧱 दो या दो से अधिक क्रियाओं के संयोग से बनती है
📝 उदाहरण: रोना-धोना, चलना-फिरना, खा-लेना, उठ-बैठना, खेलना-कूदना
📌 3. नाम धातु क्रिया (Noun-based Verb)
📚 जब कोई संज्ञा या विशेषण शब्द धातु बनकर क्रिया का कार्य करता है
📗 संज्ञा/विशेषण | 🧩 नाम धातु |
गाली | गरियाना |
लात | लतियाना |
चिकना | चिकनाना |
ठंड | ठण्डाना |
🧭 कर्म के आधार पर क्रिया के भेद
📌 1. अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)
🛑 जिन क्रियाओं को कर्म की आवश्यकता नहीं होती
📝 उदाहरण: राकेश रोता है, बस चलती है
💡 सामान्य अकर्मक क्रियाएँ: लजाना, होना, सोना, बैठना, हँसना, जागना, मरना, कूदना
📌 2. सकर्मक क्रिया (Transitive Verb)
✅ जिन क्रियाओं का प्रभाव कर्म पर पड़ता है, वे सकर्मक होती हैं
📝 उदाहरण:
मैं लेख लिखता हूँ
सुरेश मिठाई खाता है
मीरा फल लाती है
📌 3. द्विकर्मक क्रिया (Double Object Verb)
🧠 जिन क्रियाओं के दो कर्म होते हैं, उन्हें द्विकर्मक क्रिया कहते हैं
📝 उदाहरण:
मैंने राम को पुस्तक दी
श्याम ने राधा को रुपये दिए
📌 इन उदाहरणों में “देना” क्रिया के दो कर्म हैं — किसको? (राम/राधा), क्या? (पुस्तक/रुपये)
🔎 प्रयोग के आधार पर क्रिया के भेद
🟠 1. अकर्मक क्रिया (Intransitive Verb)
📝 जब क्रिया का प्रभाव केवल कर्ता पर ही पड़े और किसी कर्म की आवश्यकता न हो, तब वह क्रिया अकर्मक क्रिया कहलाती है।
📚 उदाहरण:
राम खाता है।
गीता गाती है।
बच्चा खेलता है।
श्याम हँसता है।
कुत्ता भोंकता है।
🧠 इसमें “खाता है”, “गाता है”, “हँसता है” जैसे शब्दों का प्रभाव कर्ता पर ही पड़ता है।
🟢 अपूर्ण अकर्मक क्रिया
🔍 जब अकर्मक क्रिया अपने अर्थ को पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं कर पाती और उसे किसी कर्म-पूर्ति (complement) की आवश्यकता होती है।
📚 उदाहरण:
राजा ने गंगाधर को मंत्री बनाया।
👉 “गंगाधर” कर्म है और “मंत्री” कर्म-पूर्ति।
🎯 अन्य उदाहरण:
अध्यापक ने संतोष को वर्ग-प्रतिनिधि चुना।
हम अपने मित्र को चतुर समझते हैं।
हम प्रत्येक भारतीय को अपना मानते हैं।
🔴 2. सकर्मक क्रिया (Transitive Verb)
📌 जिन क्रियाओं का असर कर्म पर पड़ता है, उन्हें सकर्मक क्रिया कहते हैं।
📚 उदाहरण:
श्याम पुस्तक पढ़ता है।
राम बाण मारता है।
राधा मूर्ति बनाती है।
कुत्ता हड्डी चबाता है।
🧠 यहाँ “पढ़ता है”, “मारता है”, “बनाती है”, “चबाता है” आदि क्रियाओं का प्रभाव “पुस्तक”, “बाण”, “मूर्ति”, “हड्डी” पर पड़ रहा है, जो कर्म हैं।
🟡 अपूर्ण सकर्मक क्रिया
🧩 जब सकर्मक क्रिया का अर्थ केवल कर्ता और कर्म से स्पष्ट नहीं होता, बल्कि उसे एक विशेषण या संज्ञा पूर्ति की आवश्यकता होती है।
📚 उदाहरण:
गाँधी महात्मा कहलाये।
👉 “कहलाये” क्रिया तब स्पष्ट होती है जब “महात्मा” जोड़ा जाए।
🎯 अन्य उदाहरण:
मेरा भाई शिक्षक हो गया।
सोना पीला होता है।
साधु चोर निकला।
वह मनुष्य बुद्धिमान है।
🔵 3. द्विकर्मक क्रिया (Ditransitive Verb)
📌 जब क्रिया का संबंध दो कर्मों से होता है – एक मुख्य कर्म (वस्तु) और दूसरा गौण कर्म (व्यक्ति)।
📚 उदाहरण:
शिक्षक ने विद्यार्थी को पुस्तक दी।
👉 “दी” क्रिया का असर “पुस्तक” (मुख्य कर्म) और “विद्यार्थी” (गौण कर्म) दोनों पर है।
🎯 अन्य उदाहरण:
राजा ने ब्राह्मण को दान दिया।
राम लक्ष्मण को गणित सिखाता है।
मालिक नौकर को पैसे देता है।
🧩 रचना की दृष्टि से क्रिया के भेद
✍️ रचना के आधार पर क्रिया दो प्रकार की होती है:
🟠 1. रूढ़ क्रिया (Root Verb)
📝 जो क्रियाएँ सीधे धातु से बनी हों और जिनमें कोई यौगिक संरचना न हो, वे रूढ़ क्रिया कहलाती हैं।
📚 उदाहरण:
लिखना, पढ़ना, खाना, पीना, जाना, सोना
🟢 2. यौगिक क्रिया (Compound Verb)
🔍 जो क्रियाएँ एक से अधिक तत्वों (जैसे – धातु + प्रत्यय, धातु + धातु आदि) से मिलकर बनती हैं, उन्हें यौगिक क्रिया कहते हैं।
📚 उदाहरण:
लिखवाना, पढ़वाना, बताना, उठाना, आते-जाते रहना, बड़बड़ाना
🔹 यौगिक क्रिया के प्रमुख भेद
🚀 1. प्रेरणार्थक क्रिया (Causative Verb)
👉 जब क्रिया का अर्थ यह दर्शाए कि कर्त्ता स्वयं कार्य न कराकर किसी से करवा रहा है, तब वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है।
यह मूल क्रिया में ‘ना’, ‘वाना’, ‘लाना’ आदि प्रत्यय जोड़कर बनती हैं।
📚 उदाहरण:
उठाना, उठवाना, पढ़ाना, पढ़वाना, खिलाना, खिलवाना
🧠 मूल धातु → प्रेरणार्थक क्रिया के उदाहरण:
मूल क्रिया | प्रेरणार्थक क्रिया | द्वितीय प्रेरणार्थक |
उठना | उठाना | उठवाना |
देना | दिलाना | दिलवाना |
करना | कराना | करवाना |
सोना | सुलाना | सुलवाना |
खाना | खिलाना | खिलवाना |
🔗 2. संयुक्त क्रिया (Compound Verb)
📝 जब दो क्रियाएं एक साथ प्रयुक्त होकर एक ही कार्य का बोध कराएं, वह संयुक्त क्रिया कहलाती है।
📚 उदाहरण:
खा लेना, जा पहुँचना, लिख देना, उठ बैठना, खेल कूदना
📢 3. नामधातु क्रिया (Nominal Verb)
📌 जब कोई संज्ञा या विशेषण शब्द धातु के रूप में प्रयुक्त हो, तो वह नामधातु क्रिया कहलाती है।
📚 उदाहरण:
गाली से – गरियाना
लात से – लतियाना
चिकना से – चिकनाना
ठंड से – ठण्डाना
🗣️ 4. अनुकरणात्मक क्रिया (Onomatopoeic Verb)
🔊 जिन क्रियाओं में ध्वनियों का अनुकरण हो, वे अनुकरणात्मक क्रिया कहलाती हैं। ये ध्वनि-आधारित शब्दों से बनती हैं।
📚 उदाहरण:
बड़बड़ाना, घुरघुराना, ठहाका लगाना, खड़खड़ाना, भौं-भौं करना
🎯 क्रिया पर आधारित PYQs (पूर्ववर्ती प्रश्न)
1️⃣ प्रश्न: क्रिया किसे कहते हैं? उदाहरण सहित समझाइए।
🔸 उत्तर: जिस शब्द से किसी कार्य के होने या करने का बोध हो, वह क्रिया कहलाता है।
उदाहरण:
राम सो रहा है।
बच्चा खेलता है।
2️⃣ प्रश्न: क्रिया के दो भेद कौन-कौन से हैं?
🔸 उत्तर:
रचना के आधार पर – रूढ़ क्रिया, यौगिक क्रिया
कर्म के आधार पर – अकर्मक क्रिया, सकर्मक क्रिया, द्विकर्मक क्रिया
3️⃣ प्रश्न: ‘राम ने सीता को फूल दिया।’ वाक्य में कौन-सी क्रिया है? वह किस प्रकार की है?
🔸 उत्तर: ‘दिया’ – यह द्विकर्मक क्रिया है। क्योंकि इसमें दो कर्म हैं – फूल (मुख्य कर्म) और सीता को (गौण कर्म)।
4️⃣ प्रश्न: ‘बच्चा रोता है।’ वाक्य की क्रिया को पहचानिए और उसका प्रकार बताइए।
🔸 उत्तर: ‘रोता है’ – यह एक अकर्मक क्रिया है क्योंकि इसका प्रभाव केवल कर्ता पर ही पड़ता है।
5️⃣ प्रश्न: प्रेरणार्थक क्रिया क्या होती है? दो उदाहरण दीजिए।
🔸 उत्तर:
जिस क्रिया से यह बोध हो कि कर्ता स्वयं कार्य न करके किसी अन्य से करवाता है, वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है।
उदाहरण:
माँ ने बच्चे को खाना खिलाया।
शिक्षक ने कविता पढ़वाई।
6️⃣ प्रश्न: नामधातु क्रिया क्या होती है? दो उदाहरण लिखिए।
🔸 उत्तर:
जब संज्ञा या विशेषण से क्रिया बनती है, तो वह नामधातु क्रिया कहलाती है।
उदाहरण:
वह लड़का सबको गरियाता रहता है।
ठंड में लोग काँपते हैं।
7️⃣ प्रश्न: यौगिक क्रिया का उदाहरण देकर परिभाषा लिखिए।
🔸 उत्तर:
दो या दो से अधिक क्रियाओं के मिलने से बनने वाली क्रिया को यौगिक क्रिया कहते हैं।
उदाहरण:
वह किताब लिख रहा है।
वे लोग आते-जाते रहते हैं।
🧠 क्रिया पर आधारित MCQ प्रश्न
1️⃣ प्रश्न: वह शब्द जिससे किसी कार्य का होना या किया जाना प्रकट हो, उसे क्या कहते हैं?
A) संज्ञा
B) सर्वनाम
C) क्रिया
D) विशेषण
2️⃣ प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सी अकर्मक क्रिया है?
A) राम ने आम खाया
B) लड़का गाना गाता है
C) मोहन ने किताब पढ़ी
D) बच्चा हँसता है
3️⃣ प्रश्न: ‘राम ने लक्ष्मण को फल दिया।’ इस वाक्य में कौन-सी क्रिया है?
A) अकर्मक क्रिया
B) सकर्मक क्रिया
C) द्विकर्मक क्रिया
D) नामधातु क्रिया
4️⃣ प्रश्न: प्रेरणार्थक क्रिया का उदाहरण क्या है?
A) वह खा रहा है
B) राम दौड़ रहा है
C) माँ ने बच्चे को सुलाया
D) मैं स्कूल गया
5️⃣ प्रश्न: ‘गरियाना’ शब्द किस प्रकार की क्रिया का उदाहरण है?
A) सकर्मक क्रिया
B) नामधातु क्रिया
C) यौगिक क्रिया
D) प्रेरणार्थक क्रिया
6️⃣ प्रश्न: ‘खा-लेना’ किस प्रकार की क्रिया है?
A) यौगिक क्रिया
B) रूढ़ क्रिया
C) नामधातु क्रिया
D) प्रेरणार्थक क्रिया
7️⃣ प्रश्न: ‘राम खाना खाता है।’ इस वाक्य में ‘खाता है’ किस प्रकार की क्रिया है?
A) अकर्मक क्रिया
B) अपूर्ण क्रिया
C) सकर्मक क्रिया
D) नाम क्रिया
✅ उत्तर सूची
1️⃣ C) क्रिया
2️⃣ D) बच्चा हँसता है
3️⃣ C) द्विकर्मक क्रिया
4️⃣ C) माँ ने बच्चे को सुलाया
5️⃣ B) नामधातु क्रिया
6️⃣ A) यौगिक क्रिया
7️⃣ C) सकर्मक क्रिया
हिंदी व्याकरण अध्याय सूची:
भाषा, हिन्दी भाषा, वर्ण, शब्द, पद, काल, वाक्य, विराम चिन्ह, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, विस्मयादि बोधक, संबंध बोधक, समुच्चयबोधक निपात , वचन, लिंग, कारक, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, छन्द, समास, अलंकार, रस, विलोम शब्द, तत्सम–तद्भव शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, एकार्थक शब्द, शब्द युग्म, शुद्ध और अशुद्ध शब्द, मुहावरे, लोकोक्तियाँ, पद्य रचनाएँ, गद्य रचनाएँ, जीवन परिचय।
भेद | परिभाषा और उदाहरण |
---|---|
1. सहायक क्रिया |
जो क्रिया मुख्य क्रिया के साथ प्रयुक्त होकर अर्थ को स्पष्ट करती है। उदाहरण: मैं बाजार जाता हूँ। (जाता = मुख्य क्रिया, हूँ = सहायक क्रिया) |
2. पूर्वकालिक क्रिया |
वह क्रिया जो एक क्रिया के समाप्त होने के बाद दूसरी क्रिया के पूर्व घटती है। उदाहरण: श्याम भोजन करके सो गया। |
3. नामबोधक क्रिया |
संज्ञा या विशेषण के साथ जुड़कर क्रिया बनती है। संज्ञा + क्रिया: लाठी + मारना = लाठी मारना विशेषण + क्रिया: दुःखी + होना = दुःखी होना |
4. अनेकार्थक क्रिया |
जिन क्रियाओं के अनेक अर्थ होते हैं। उदाहरण: खाना = वह खाना खाता है, वह मार खाता है, लोहे को जंग खाती है, वह घूस खाता है। |
“वर्ण – परिभाषा, भेद और उदाहरण | हिंदी व्याकरण में वर्ण विचार”
वर्णों का उच्चारण स्थान (Barno ka Ucharan Sthan)
“शब्द क्या है? शब्द के भेद और उदाहरण – सरल हिंदी व्याख्या” (Shabd Vichar)
Hindi Grammar 50+ MCQS For Practice important For HP Police Patwari HomeGuard
1.निम्नलिखित वाक्य में रेखांकित किये हुए भाग में कौन-सा पदबंध है?
‘पड़ोस में रहने वाला शक्ति एक मेधावी छात्र है।’
- क्रिया-विशेषण
- संज्ञा
- सर्वनाम
- क्रिया
Answer. B
Explanation: दिये गये वाक्य ‘पड़ोस में रहने वाला शक्ति एक मेधावी छात्र है।’ वाक्य में रेखांकित शब्द संज्ञा पदबन्ध है। जब एक से अधिक पद मिलकर संज्ञा का काम करें, तो उस पदबन्ध को संज्ञा पदबन्ध कहते हैं।
2.निम्नलिखित वाक्य में संज्ञा पदबंध क्या है? सभी प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों को पुरस्कार मिलेगा।
- पुरस्कार मिलेगा
- सभी प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों
- सभी प्रश्नों के उत्तर
- बच्चों को
Answer. B
Explanation: दिये गये वाक्य में संज्ञा पदबंध ‘सभी प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों’, होगा।
सभी प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों को पुरस्कार मिलेगा।
संज्ञा पदबंध
3.निम्नलिखित वाक्य में क्रियार्थक संज्ञा क्या है? ‘मंत्रीजी के ठहरने की व्यवस्था कीजिये।’
- मंत्रीजी
- ठहरने
- व्यवस्था
- कीजिये
Answer. B
Explanation: दिये गये वाक्य ‘मंत्री जी के ठहरने की व्यवस्था | कीजिए’ वाक्य में ‘ठहरने’ क्रियार्थक संज्ञा है। वह संज्ञा जो किसी कार्य या क्रिया का भी अर्थ देती हो, उसे क्रियार्थक संज्ञा कहते हैं।
4.क्रियार्थक संज्ञा सदा किस रूप में रहती है?
- बहुवचन पुल्लिंग
- एकवचन पुल्लिंग
- एकवचन स्त्रीलिंग
- बहुवचन स्त्रीलिंग
Answer. B
Explanation: जब क्रिया संज्ञा की तरह व्यवहार में आती हो तो ऐसी क्रिया को ‘क्रियार्थक संज्ञा’ कहते हैं। यह सदैव ‘एकवचन पुल्लिंग’ में रहती है। उदाहरण- ‘टहलना स्वास्थ्य के लिये अच्छा है।’ यहाँ ‘टहलना’ क्रियार्थक संज्ञा है।
5.’उस लड़के को बुलाइए’ में ‘लड़के’ के विषय में कौन सा कथन गलत है?
- संज्ञा, बहुवचन
- संज्ञा, एकवचन
- कर्म, एकवचन
- सभी सही हैं।
Answer. A
Explanation: उस लड़के को बुलाइए में ‘लड़के’ के विषय में संज्ञा बहुवचन गलत है।
6.इनमें से मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम का उदाहरण कौन-सा है?
- मैं
- तू
- वह
- उपरोक्त सभी
Answer. B
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘तू’ सार्वनामिक शब्द मध्यम पुरुषवाचक सर्वनाम है जबकि ‘मैं’ उत्तम पुरुष तथा ‘वह’ अन्य पुरुष सर्वनाम का उदाहरण है।
7.दिया गया वाक्य किस पुरुष का उदाहरण है, ज्ञात कीजिए। जीवेश एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी है।
- उत्तम पुरुष
- अन्य पुरुष
- मध्यम पुरुष
- प्रथम पुरुष
Answer. B
Explanation: ‘जीवेश एक प्रतिभाशाली विद्यार्थी है। वाक्य अन्य पुरुष का उदाहरण है।
8.निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो अन्य पुरुष वाचक सर्वनाम शब्द का सबसे अच्छा विकल्प है।
- उन्हें
- तुम
- तुम्हें
- हमारा
Answer. A
Explanation: अन्य पुरुष वाचक सर्वनाम का सबसे अच्छा विकल्प ‘उन्हें’ होगा।
अन्य पुरुष – जिस सर्वनाम का प्रयोग वक्ता किसी तीसरे व्यक्ति के बारे में बताने के लिए करता है। तब वहाँ इस सर्वनाम का प्रयोग होता है। जैसे- यह, वह, ये, वे, उन्हें आदि।
जैसे – वे फुटबॉल बहुत अच्छा खेलते हैं।
9.दिए गए वाक्य में सर्वनाम ज्ञात कीजिए। इनकी तुम्हारे में कोई रुचि नहीं है।
- अनिश्चियवाचक सर्वनाम
- मध्यम पुरुष
- अन्य पुरुष
- उत्तम पुरुष
Answer. C
Explanation: ‘इनकी तुम्हारे में कोई रुचि नहीं है।’
उपर्युक्त वाक्य में ‘इनकी’ अन्य पुरुष सर्वनाम है।
पुरुष वाचक सर्वनाम – पुरुषों के नाम (स्त्री एवं पुरुष) की जगह जिस सर्वनाम का प्रयोग किया जाता है उसे पुरुष वाचक सर्वनाम कहते हैं। इनके तीन भेद हैं-
- उत्तम पुरुष- बात को कहने वाला (वक्ता/लेखक)- मैं, हम आदि।
- मध्यम पुरुष- जिससे बात कही जाए (श्रोता/पाठक)- तू, तुम, आप आदि।
- अन्य/निम्न पुरुष- जिसके सम्बन्ध में बात कही जाए। जैसे- यह, वह, ये, वे आदि।
10.निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो अन्य पुरुष वाचक सर्वनाम शब्द का सबसे अच्छा विकल्प है।
- आप
- हम
- मेरा
- इसने
Answer. D
Explanation: अन्य पुरुष वाचक सर्वनाम – जिसके सम्बन्ध में बात कही गयी हो, वह अन्य पुरुष वाचक सर्वनाम कहलाता है। जैसे- वह, वे, इसने, उसने आदि।
इसने हम लोगों की सेवा की।
11.‘लम्बाई’ से विशेषण बनेगा-
- लम्बा
- लम्बापन
- लंबान
- लंबन
Answer. A
Explanation: लम्बाई से विशेषण ‘लम्बा’ बनेगा। ऐसे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताएँ विशेषण कहलाते हैं, जैसे- गोरा, छोटा, काला आदि।
- मोहन गोरा है।
- रीना छोटी है।
- रहीम काला है।
12.एक वाक्य में गुणवाचक विशेषण नहीं है-
- दूध ठंडा है।
- दूध मीठा भी नहीं है।
- मुझे गरम दूध चाहिए।
- एक गिलास दूध लाओ।
Answer. D
Explanation:’ एक गिलास दूध लाओ’ वाक्य में गुणवाचक विशेषण नहीं है, बल्कि गणनावाचक विशेषण है। अन्य विकल्प गुणवाचक विशेषण हैं, जो इस प्रकार हैं-
- दूध ठंडा है।
- दूध मीठा भी नहीं है।
- मुझे गरम दूध चाहिए।
उपरोक्त वाक्य में ठंडा, मीठा, गरम विशेषण है।
13.‘काला कपड़ा’ में कौन सा विशेषण है?
- गुणवाचक
- संख्यावाचक
- परिमाणवाचक
- सार्वनामिक
Answer. A
Explanation: काला कपड़ा में गुणवाचक विशेषण है। गुणवाचक विशेषण जो शब्द संज्ञा अथवा सर्वनाम के गुण-धर्म, स्वभाव का बोध कराते हैं उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं; जैसे-
काल बोधक- नया, पुराना, ताजा, प्राचीन आदि।
रंगबोधक- लाल, पीला, नीला, हरा, काला, बैंगनी आदि।
दशाबोधक- मोटा, पतला, युवा, वृद्ध, भारी, गीला आदि।
गुणबोधक- अच्छा, भला, बुरा, कपटी, झूठा, सच्चा, पापी
आकार बोधक- गोल, चौकोर, सुडौल, मोटा, पतला, लम्बा आदि।
स्थानबोधक- भीतरी, बाहरी, दायां, बायां, क्षेत्रीय
14.निम्नलिखित में कौन सा शब्द ‘विशेषण’ है?
- सीता
- हमारा
- नीला
- रोना
Answer. C
Explanation: नीला शब्द गुणवाचक विशेषण है। विशेषण वे शब्द होते हैं जो संज्ञा तथा सर्वनाम की विशेषता बताते हैं उसे विशेषण कहते हैं। जैसे- भारी, सुंदर, कायर, एक, दो, वीर, पौरुषेय, बुरा, मीठा, खट्टा आदि।
15.निम्नलिखित वाक्यों में से वह वाक्य चुनिये, जिसमें गुणवाचक विशेषण का प्रयोग किया गया है?
- वह नटखट बालक संगीत नहीं सुन रहा है।
- वहाँ बहुत से पक्षी उड़ रहे हैं।
- मैंने दस मन गेहूँ खरीदा है।
- ऐसे आदमी लाखों में एक होते हैं।
Answer. A
Explanation: ‘वह नटखट बालक संगीत नहीं सुन रहा है।’ इस वाक्य में गुणवाचक विशेषण (नटखट) का प्रयोग किया गया है। जिन विशेषण शब्दों से पदार्थ के गुण, रंग, आकार, दशा, अवस्था, रूप आदि का बोध होता है, उन्हें गुणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे-भला, बुरा, पापी, लाल, पीला, बाहरी, सुन्दर, लम्बा, कुरूप आदि।
16.यदि ‘मुड़ना’ अकर्मक क्रिया है, तो इसकी सकर्मक क्रिया क्या होगी?
- मोड़
- मुड़ जाना
- मोड़ना
- मुड़वाना
Answer. C
Explanation: दिये गये वाक्य में ‘मुड़ना’ अकर्मक क्रिया है। इसकी सकर्मक क्रिया ‘मोड़ना’ होगी। शेष ‘मोड़’ संज्ञा, ‘मुड़ जाना’ संयुक्त क्रिया तथा ‘मुड़वाना’ प्रेरणार्थक क्रिया है।
17.निम्नलिखित वाक्यों में एक में सकर्मक क्रिया है-
- रेलगाड़ी चली।
- लड़का सोता है।
- चिड़िया उड़ती है।
- विद्यार्थी लिखता है।
Answer. D
Explanation: ‘विद्यार्थी लिखता है’ में सकर्मक क्रिया है। अन्य विकल्प तर्कसंगत नहीं हैं। ऐसी क्रिया जिसमें कर्म अपेक्षित हो सकर्मक क्रिया कहलाती है।
18.जिस क्रिया से सूचित होने वाला व्यापार कर्त्ता करे और उसका फल कर्त्ता पर ही पड़े उसे ………. क्रिया कहते हैं।
- व्युत्पन्न
- अकर्मक
- सम्मिश्र
- सकर्मक
Answer. B
Explanation: जिस क्रिया से सूचित होने वाला व्यापार कर्त्ता करे और उसका फल कर्त्ता पर ही पड़े उसे ‘अकर्मक‘ क्रिया कहते हैं।
19.निम्नलिखित में से किस वाक्य की क्रिया अकर्मक है?
- दीना निबंध लिखता है।
- पक्षी उड़ रहे हैं।
- सुरेश सामान उठाता है।
- रोहित बलराम को खिला रहा है।
Answer. B
Explanation: दिये गये वाक्यों में ‘पक्षी उड़ रहे हैं’ वाक्य की क्रिया अकर्मक है। जिन क्रियाओं का व्यापार और फल कर्ता पर पड़े, वे अकर्मक क्रिया कहलाती हैं। अकर्मक क्रियाओं का कर्म नहीं होता, क्रिया का व्यापार और फल दूसरे पर न पड़कर स्वयं कर्त्ता पर पड़ता है।
जैसे- 1. बच्चा सो रहा है।
- श्याम हँस रहा है।
20.दिए गए वाक्य में क्रिया ज्ञात कीजिए। श्याम सोता है।
- प्रेरणार्थक
- सकर्मक
- पूर्वकालिक
- अकर्मक
Answer. D
Explanation: दिए गए वाक्य ‘श्याम सोता है’ में अकर्मक क्रिया है। अकर्मक क्रिया – जिस क्रिया का फल कर्त्ता पर पड़ता है। वह क्रिया अकर्मक क्रिया कहलाती है।
21.रूप के अनुसार क्रिया-विशेषण कितने प्रकार के होते हैं?
- एक
- दो
- तीन
- चार
Answer. C
Explanation: क्रियाविशेषण’ ऐसे अविकारी शब्द हैं, जो क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं। रूप के आधार पर क्रियाविशेषण के 3 भेद हैं-
(1) मूल क्रियाविशेषण – ऐसे क्रियाविशेषण हैं, जो किसी दूसरे शब्दों के मेल से नहीं बनते हैं; जैसे- ठीक, दूर, अचानक, फिर, नहीं आदि।
(2) यौगिक क्रिया विशेषण- जिनका निर्माण किसी दूसरे शब्द में प्रत्यय या पद जोड़ने से होता है; जैसे प्रतिदिन, घर-बाहर, हरेक, जहाँ-तहाँ, यथाक्रम।
(3) कारण क्रिया विशेषण – जो शब्द किसी विशेष कारण या उद्देश्य से क्रिया विशेषण में प्रयुक्त होते हैं उन्हें ‘कारण क्रिया विशेषण’ कहते हैं। जैसे- 1. वह खाक पढ़ेगा।, 2. जाओगे नहीं तो सिर चाटोगे।
22.क्रिया विशेषण एक भेद है-
- अव्यय का
- विशेषण का
- निपात का
- वाच्य का
Answer. A
Explanation: अव्यय के मुख्यतः चार भेद हैं- क्रिया विशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक, विस्मयादिबोधक। किसी भी भाषा के वे शब्द जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता वे शब्द ‘अव्यय’ कहलाते हैं।
23.निम्नलिखित में से वह वाक्य छांटिए, जिसमें क्रिया विशेषण का प्रयोग किया गया है।
- यहाँ कैसे-कैसे लोग एकत्र हुए हैं।
- वह काली गाय घास चर रही है।
- मुझसे खट्टा फल नहीं खाया जाता।
- तुम जी जान लगाकर पढ़ रहे हो।
Answer. D
Explanation: ‘तुम जी जान लगाकर पढ़ रहे हो’ वाक्य में रीतिवाचक क्रिया विशेषण ‘जान लगाकर’ का प्रयोग किया गया है जबकि अन्य कैसे-कैसे, काली और खट्टा शब्द संज्ञा की विशेषता बता रहे हैं।
24.आजकल मौसम बदलने लगा है-
रेखांकित पद का पद-परिचय होगा-
- विशेषण, ‘मौसम’ विशेष्य का विशेषण, पुल्लिग एकवचन
- रीतिवाचक क्रियाविशेषण, ‘है’ क्रिया का विशेषण
- कालवाचक क्रियाविशेषण, ‘बदलने लगा है’ क्रिया का विशेषण
- कालवाचक क्रियाविशेषण, ‘लगा’ क्रिया का विशेषण
Answer. C
Explanation: ‘आजकल मौसम बदलने लगा’ वाक्य में रेखांकित पद-कालवाचक क्रिया विशेषण ‘बदलने लगा है’ क्रिया का विशेषण है। शेष अन्य दिये गये कथन त्रुटिपूर्ण हैं।
25.क्रिया विशेषण के कितने भेद होते हैं?
- तीन
- छह
- चार
- दो
Answer. C
Explanation: सामान्यतः क्रिया विशेषण के चार भेद होते हैं-
(1) स्थानवाचक (2) कालवाचक (3) परिमाणवाचक (4) रीतिवाचक।
परन्तु विद्वानों ने अन्य आधारों पर क्रिया विशेषण के भेद बताए हैं-
(1) प्रयोग के आधार पर 3 भेद हैं-
(i) साधारण
(ii) संयोजक
(iii) अनुबद्ध
(2) रूप के आधार पर भी 3 भेद हैं-
(i) मूल क्रियाविशेषण
(ii) यौगिक क्रियाविशेषण
(iii) कारण क्रिया विशेषण
(3) अर्थ के आधार पर 4 भेद हैं-
(i) परिमाणवाचक
(ii) रीतिवाचक
(iii) स्थानवाचक
(iv) कालवाचक
26.’सीधा’ शब्द का निम्नलिखित में से किस रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता है?
- क्रिया-विशेषण
- संज्ञा
- सर्वनाम
- विशेषण
Answer. C
Explanation: सीधा शब्द का सर्वनाम के रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता क्योंकि सर्वनाम किसी संज्ञा के बदले में प्रयुक्त होते हैं जबकि क्रिया-विशेषण, संज्ञा एवं विशेषण के रूप में किया जा सकता है।
27.’कौन’ सर्वनाम का गुणवाचक शब्द दिए गए विकल्पों में से चिह्नित कीजिएः
- कितने
- कैसा
- कितना
- किस
Answer. B
Explanation: ‘कौन’ सर्वनाम का गुणवाचक शब्द ‘कैसा’ होता है। जबकि कितने, कितना एवं किस तीनों असंगत विकल्प हैं। कितने कितनों परिमाण बोधक एवं ‘किस’ प्रकार बोधक शब्द है।
28.पिताजी आ रहे हैं ……….. सहारा दो।
- उसे
- उसको
- उनको
- उस
Answer. C
Explanation: पिताजी आ रहे हैं ‘उनको’ सहारा दो। इस वाक्य में पिताजी के लिए आदर सूचक सर्वनाम ‘उनको’ प्रयोग होगा। हिन्दी में छः प्रकार के सर्वनाम होते हैं- (1) पुरुषवाचक सर्वनाम (2) निश्चयवाचक सर्वनाम (3) अनिश्चयवाचक सर्वनाम (4) निजवाचक सर्वनाम (5) संबंधवाचक सर्वनाम (6) प्रश्नवाचक सर्वनाम।
29.अपादान कारक, उत्तम पुरुष, बहुवचन रूप होगाः
- मुझसे
- हमसे
- मुझको
- हमको
Answer. B
Explanation: अपादान कारक, उत्तम पुरुष, बहुवचन रूप होगा-‘हमसे’। मुझसे अपादान कारक, उत्तम पुरुष एकवचन का रूप है।
30.अन्यपुरुष, एकवचन, सर्वनाम का संप्रदान कारक बहुवचन रूप होगाः
- उससे
- उनके
- उनसे
- उन्हें
Answer. D
Explanation: अन्यपुरुष, एकवचन, सर्वनाम का संप्रदान कारक बहुवचन रूप ‘उन्हें’ होगा।
31.इनमें से कौन सी भाववाचक संज्ञा ‘क्रिया’ से नहीं बनी है?
- पढ़ाई
- लड़ाई
- भलाई
- कमाई
Answer. C
Explanation: ‘भलाई’ भाववाचक संज्ञा ‘क्रिया’ से नहीं बनी है। पढ़ाई, लड़ाई तथा कमाई क्रमशः पढ़ना, लड़ना तथा कमाना क्रिया से निर्मित हैं।
32.’बचपन’ संज्ञा का कौन-सा प्रकार है?
- जातिवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
- भाववाचक संज्ञा
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
Answer. C
Explanation: ‘बचपन’ भाववाचक संज्ञा का उदाहरण है।
संज्ञा पाँच प्रकार की होती है। (1) जातिवाचक (2) भाववाचक (3) समूहवाचक (4) द्रव्यवाचक (5) व्यक्तिवाचक
भाववाचक संज्ञा- वे शब्द जिनसे हमें भावना का बोध होता है, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे-मिठास, खटास, धर्म, भूख, मानवता इत्यादि।
33.’वीर’ शब्द की भाववाचक संज्ञा कौन-सी होगी?
- वीरता
- a व d दोनों
- वीर
- वीरत्व
Answer. B
Explanation: ‘वीर’ शब्द की भाववाचक संज्ञा वीरता, वीरत्व दोनों सही है। जो शब्द किसी वस्तु या पदार्थ की अवस्था, दशा या भाव का बोध कराते हैं तो उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे-बचपन, सुन्दरता।
34.’राष्ट्र’ शब्द की भाववाचक संज्ञा कौन-सी होगी?
- राष्ट्रीय
- राष्ट्री
- सौराष्ट्र
- राष्ट्रीयता
Answer. D
Explanation: ‘राष्ट्र’ शब्द की भाववाचक संज्ञा ‘राष्ट्रीयता’ होती है। वह शब्द जिनसे हमें भावना का बोध होता हो, उन शब्दों को भाववाचक संज्ञा कहा जाता है। जैसे- मिठास, धर्म, थकावट, प्यास आदि।
35.’लोभ’ यह संज्ञा का कौन-सा प्रकार है?
- भाववाचक संज्ञा
- व्यक्तिवाचक संज्ञा
- जातिवाचक संज्ञा
- समूहवाचक संज्ञा
Answer. A
Explanation: ‘लोभ’ शब्द ‘भाववाचक’ संज्ञा का उदाहरण है। ‘वे शब्द जिनसे किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के गुण-धर्म, दशा अथवा व्यापार का बोध हो, उन्हें भाववाचक संज्ञा कहते हैं।’ जैसे-लम्बाई, बुढ़ापा, मिठास, हानि, लाभ आदि।
36.क्रिया के अलावा संज्ञा के लिंग के अनुसार किन शब्दों के रूप परिवर्तित होते हैं?
- विशेषण
- विशेष्य
- कारक
- विकृत अव्यय
Answer. A
Explanation: क्रिया के अलावा संज्ञा के अनुसार विशेषण शब्दों के रूप परिवर्तित होते हैं।
37.कला का अंतिम और सर्वोच्च ध्येय सौन्दर्य है’ वाक्य में कितने विशेषण हैं?
- एक
- चार
- पाँच
- तीन
Answer. D
Explanation: ‘कला का अंतिम और सर्वोच्च ध्येय सौंदर्य है’ वाक्य में तीन विशेषण हैं- अंतिम, सर्वोच्च और ध्येय। ‘कला’ और ‘सौन्दर्य’ विशेष्य या संज्ञा शब्द हैं।
38.निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द विशेषण है?
- आग
- आग्नेय
- अगिन
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer. B
Explanation: दिए गये शब्दों में ‘आग्नेय’ शब्द विशेषण है। आग संज्ञा शब्द है। इसका तत्सम ‘अग्नि’ होता है। आग तद्भव शब्द है।
39.’प्रविशेषण’ को कामता प्रसाद गुरु ने इनमें से कहा है-
- अन्तर्विशेषण
- सामान्य विशेषण
- बाह्य विशेषण
- असामान्य विशेषण
Answer. A
Explanation: ‘प्रविशेषण’ को कामता प्रसाद गुरु ने अन्तर्विशेषण कहा है। विशेषण शब्दों की विशेषता बताने वाले शब्दों को प्रविशेषण कहा जाता है। जैसे-मोहन बहुत सुन्दर है। यहाँ ‘सुन्दर’ विशेषण है और ‘बहुत’ प्रविशेषण है क्योंकि ‘बहुत’ ‘सुन्दर’ की विशेषता बता रहा है।
40.निम्नलिखित में एक तथ्य गलत है-
- विशेषण से संज्ञा की व्याप्ति परिमित हो जाती है।
- जिस विकारी शब्द से संज्ञा की व्याप्ति मर्यादित होती है, उसे विशेषण कहते हैं।
- प्रयोग की स्थिति के आधार पर ‘अंकित’ शब्द विशेषण और विशेष्य दोनों है।
- विशेषण शब्द सदैव विशेष्य के पहले प्रयुक्त होता है, विशेष्य के बाद कभी प्रयुक्त नहीं होता।
Answer. D
Explanation: वाक्य में विशेषण का प्रयोग दो प्रकार से होता है-कभी विशेषण विशेष्य के पहले प्रयुक्त होता है और कभी विशेष्य के बाद। जब विशेषणं विशेष्य से पहले प्रयुक्त होता है तो उसे उद्देश्य-विशेषण या विशेषण-विशेष्य कहते हैं और जब विशेषण विशेष्य के बाद प्रयुक्त होता है तो उसे विधेय-विशेषण कहते हैं। अतः विकल्प गलत है।
41.’पढ़ रहा था’ इसमें कौन-सी क्रिया है?
- संयुक्त क्रिया
- सामान्य क्रिया
- पूर्वाकालिक क्रिया
- असामान्य क्रिया
Answer. A
Explanation: ‘पढ़ रहा था’ इसमें संयुक्त क्रिया है। जब कोई क्रिया दो क्रियाओं के संयोग से निर्मित हो तो उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं।
जैसे- वह खाने लगा ।, वह पेड़ से कूद पड़ा ।
42.मूल अकर्मक धातुओं के साथ प्रत्यय जोड़कर बनाई गई क्रिया-धातुएँ क्या कहलाती हैं?
- संयुक्त धातु
- द्विकर्मक धातु
- साधित सकर्मक धातु
- समस्त धातु
Answer. C
Explanation: क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। धातुएँ अकर्मक एवं सकर्मक दो प्रकार की होती हैं। मूल अकर्मक धातुओं में प्रत्यय जोड़कर सकर्मक एवं प्रेरणार्थक धातुएँ बनायी जाती हैं। विकल्प में साधित सकर्मक धातु दिया गया है। अतः उत्तर के रूप में यह विकल्प सर्वाधिक उपयुक्त है। इसके अतिरिक्त दो या अधिक धातुओं के संयोग से संयुक्त धातुएँ बनती हैं। जैसे – रोने लगा, हँस चुका, पहुँच गया आदि। जिन धातुओं के संपादन में दो कर्मों की आवश्यकता होती हो, द्विकर्मक धातुएँ कहलाती हैं। जैसे – ‘मैं लड़के को वेद पढ़ाता हूँ’। यहां ‘लड़का’ एवं ‘वेद’ दो अलग-अलग कर्म हैं। अतः ‘पढ़ाता हूँ’ द्विकर्मक धातु हुई।
43.निम्नलिखित वाक्यों में से एक में संयुक्त क्रिया का प्रयोग नहीं हुआ है-
- लड़का रो पड़ा।
- हत्यारे ने मार डाला।
- लड़की उठ बैठी।
- वह क्षण भर में आएगा।
Answer. D
Explanation: ‘वह क्षण भर में आएगा।‘ वाक्य में संयुक्त क्रिया नहीं है जबकि ‘रो पड़ा’, ‘मार डाला’ और ‘उठ बैठी’ संयुक्त क्रिया हैं।
44.एक वाक्य में संयुक्त क्रिया का प्रयोग नहीं है
- राम शैया पर लेट गया।
- लड़का चिल्ला उठा।
- कुत्ते ने काट खाया।
- श्यामा जा रही है।
Answer. D
Explanation: जब कोई क्रिया दो क्रियाओं के संयोग से निर्मित होती है, तब उसे संयुक्त क्रिया कहते हैं। जैसे- वह खाना खाने लगा। अतः वाक्य ‘श्यामा जा रही है।’ में संयुक्त क्रिया का प्रयोग नहीं है।
45.निम्नलिखित वाक्यों में प्रयुक्त एक क्रिया संयुक्त क्रिया नहीं है:
- लड़का दिल्ली जा रहा है।
- वह कॉलेज में पढ़ता है।
- शीला बहुत अच्छी डॉक्टर है।
- वह आज से वापस लौटी है।
Answer. C
Explanation: दिए गए वाक्यों में ‘शीला बहुत अच्छी डाक्टर है।’ में संयुक्त क्रिया का प्रयोग नहीं है। शेष सभी वाक्य में संयुक्त क्रिया है।
46.जिनका प्रयोग निश्चित शब्द-समुदाय या पूरे वाक्य का, अतिरिक्त भावार्थ प्रदान करने के लिए होता है, उसे कहते हैं-
- समानाधिकरण
- व्यधिकरण
- विस्मयादिबोधक
- निपात
Answer. D
Explanation: जिनका प्रयोग निश्चित शब्द- समुदाय या पूरे वाक्य में, अतिरिक्त भावार्थ प्रदान करने के लिए होता है, उसे ‘निपात’ कहते हैं। जैसे ही, भी, तो, तक, केवल आदि।
47.’मरुभूमि में कहीं धान उगता है?’ वाक्य में कौन-सा क्रिया-विशेषण है?
- समयवाचक
- रीतिवाचक
- स्थानवाचक
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer. D
Explanation: मरुभूमि में कहीं धान उगता है? वाक्य में ‘कहीं’ शब्द निषेध के अर्थ में प्रयोग हुआ है। अतः उपर्युक्त में से कोई नहीं उत्तर होगा।
48.एक वाक्य में अव्यय का प्रयोग नहीं हुआ है-
- मैं अभी आया।
- श्याम इधर आओ।
- मैंने खूब आम खाये।
- पानी बरसने लगा।
Answer. D
Explanation: ‘पानी बरसने लगा’ वाक्य में अव्यय का प्रयोग नहीं हुआ है जबकि मैं अभी आया, श्याम इधर आओ और मैंने खूब आम खाये में रेखांकित शब्द अव्यय हैं।
49.’एक’ शब्द का निम्नलिखित में से किस रूप में प्रयोग नहीं किया जा सकता?
- क्रिया-विशेषण
- संज्ञा
- विशेषण
- सम्बन्धबोधक
Answer. D
Explanation: ‘एक’ शब्द का प्रयोग सम्बन्धबोधक के रूप में नहीं किया जा सकता।
50.जो अव्यय शब्द दो पदों, पदबन्धों या उपवाक्यों को जोड़ने का कार्य करते हैं, उन्हें कहा गया है :
- क्रिया-विशेषण
- समुच्चय बोधक
- सम्बन्ध बोधक
- विस्मयादि बोधक
Answer. B
Explanation: दो शब्दों, वाक्यांशों या वाक्यों को परस्पर जोड़ने वाले शब्द समुच्चय बोधक अव्यय कहे जाते हैं। जैसे- राम और श्याम दोनों भाई हैं। (शब्द + शब्द)
सच बोलना और किसी की परवाह न करना उसकी खासियत है।
(वाक्यांश + वाक्यांश)
यहाँ ‘और’ समुच्चय बोधक अव्यय है।
51.सर्वनाम का भेद इनमें से कौन-सा नहीं है?
- गुणवाचक
- प्रश्नवाचक
- संबंधवाचक
- निजवाचक
Answer. A
Explanation: गुणवाचक’ सर्वनाम का भेद नहीं बल्कि विशेषण का भेद है। वे शब्द जो संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, सर्वनाम कहलाते हैं। सर्वनाम के 6 भेद होते हैं-
(i) पुरुषवाचक (ii) निजवाचक (iii) प्रश्नवाचक (iv) निश्चयवाचक (v) अनिश्चयवाचक
(vi) संबंधवाचक
52.’संयुक्त सर्वनाम’ नामक सर्वनाम की एक पृथक श्रेणी का उल्लेख इनमें से किस विद्वान ने किया है?
- भोलानाथ तिवारी
- हरदेव बाहरी
- डॉ. दीमशित्स
- जॉर्ज ग्रियर्सन
Answer. C
Explanation: संयुक्त सर्वनाम’ नामक सर्वनाम की एक पृथक श्रेणी का उल्लेख ‘डॉ. दीमशित्स’ ने किया है ऐसे शब्द जो संयुक्त होकर सर्वनाम के रूप में कार्य करते हैं उन्हें संयुक्त सर्वनाम कहते हैं। जैसे- जो कोई, सब कोई, कुछेक, कोई न कोई इत्यादि। संयुक्त सर्वनाम स्वतंत्र रूप से संज्ञा अथवा मूल सर्वनाम के साथ प्रयुक्त होता है।
53.निम्न में से सर्वनाम शब्द कौन-सा है?
- रोग
- कौन
- नींद
- सफाई
Answer. B
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘कौन’ सर्वनाम शब्द है। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं ‘कौन’ शब्द प्रश्नवाचक सर्वनाम के अंतर्गत आता है।
54.इनमें से सर्वनाम की उपयुक्त परिभाषा कौन-सी है?
- क्रिया के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द
- विशेषण के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द
- संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द
- क्रिया विशेषण के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द
Answer. C
Explanation: संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द को सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम के 6 भेद होते हैं-
- पुरुषवाचक सर्वनाम 2. निजवाचक सर्वनाम
- निश्चयवाचक सर्वनाम 4. अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम 6. प्रश्नवाचक सर्वनाम
हिन्दी व्याकरण में कुल 11 प्रकार के सर्वनाम की चर्चा की गयी है।
जैसे-मैं, तुम, आप, यह, वह, जो, सो, कोई, कुछ, कौन, क्या।
55.हिंदी में कुल कितने सर्वनाम हैं?
- 12
- 10
- 11
- 9
Answer. C
Explanation: हिंदी में कुल 11 सर्वनाम हैं। सर्वनाम उन शब्दों को कहा जाता है, जिन शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर करते हैं। इसके अंतर्गत मैं, तुम, आप, यह, वह, जो, सो, कोई, कुछ, कौन, क्या शब्द आते हैं।
56.’वैधव्य’ एक भाववाचक संज्ञा है, जो कि विशेषण ………….. से बना है।
- वैध
- वैधानिक
- विधवा
- विवाह
Answer. C
Explanation: ‘वैधव्य’ एक भाववाचक संज्ञा है, जो कि विशेषण विधवा से बना है। अतः रिक्त स्थान पर विधवा शब्द होगा।
57.कौन सा शब्द भाववाचक संज्ञा है?
- मिठाई
- मीठी
- मिठास
- मीठा
Answer. C
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘मिठास’ भाववाचक संज्ञा है। वे संज्ञा शब्द, जिनसे किसी व्यक्ति के गुण, स्थिति, दशा, भाव या विशेषता आदि का बोध हो, भाववाचक संज्ञा कहते हैं। जैसे – मधुरता, सुन्दरता, लम्बाई, चौड़ाई, तीव्रता, अमीरी, गरीबी आदि।
58.फिसलन …………… है।
- विशेषण
- क्रियापद
- भाववाचक संज्ञा
- क्रिया विशेषण
Answer. C
Explanation: भाववाचक संज्ञा- किसी भाव, गुण, दशा आदि का ज्ञान कराने वाले शब्द भाववाचक संज्ञा होते हैं, जैसे- क्रोध, मिठास, यौवन’, कालिमा आदि।
भाववाचक संज्ञाओं का निर्माण जाति वाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय में-आव, त्व-पन-अव, इमा, ई, ता, हट आदि प्रत्यय जोड़कर किया जाता है। जैसे- फिसलन, लालिमा, निकटता, पुरुषत्व।
59.जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्यय शब्दों से ……… शब्द बनाए जाते हैं।
- भाववाचक संज्ञा
- वचन
- पुल्लिंग शब्द
- कारक
Answer. A
Explanation: जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, अव्ययों से भाववाचक संज्ञा शब्द बनाये जाते हैं।
60.नीचे लिखे वाक्य के खाली स्थान को भाववाचक संज्ञा से पूरा कीजिए।
उसका सारा सौंदर्य उसकी.. …… में है।
- आँखों
- बालों
- हँसी
- मुखमंडल
Answer. C
Explanation: उपर्युक्त वाक्य के खाली स्थान में ‘हँसी’ शब्द का प्रयोग होगा। ‘हँसी’ भाववाचक संज्ञा है। इस प्रकार पूर्ण वाक्य होगा- उसका सारा सौंदर्य उसकी हँसी में है।
61.शब्द ‘ठण्डा’ हिन्दी व्याकरण के अनुसार ‘विशेषण’ के भेदों की किस श्रेणी में आता है?
- परिमाणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- सार्वनामिक विशेषण
- गुणवाचक विशेषण
Answer. D
Explanation: ठण्डा शब्द गुणवाचक विशेषण है, जैसे- ठण्डा पानी, ठण्डा दूध, ठण्डा मौसम आदि।
62.’धुँधला’ शब्द में विशेषण है –
- संख्यावाचक विशेषण
- गुणवाचक विशेषण
- सार्वनामिक विशेषण
- उपर्युक्त में से कोई नहीं
Answer. B
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘धुंधला’ गुणवाचक विशेषण है। विशेषण में गुणवाचक विशेषणों की संख्या सर्वाधिक है। काल, स्थान, आकार, रंग, दशा तथा गुण के आधार पर गुणवाचक विशेषण को वर्गीकृत किया जाता है।
63.’सरीखा’ शब्द में विशेषण है –
- गणनावाचक विशेषण
- गुणवाचक विशेषण
- समुदायवाचक विशेषण
- क्रमवाचक विशेषण
Answer. B
Explanation: ‘सरीखा’ शब्द में गुणवाचक विशेषण है। जिस विशेषण से किसी संज्ञा या सर्वनाम का गुण-दोष, रूप-रंग, आकार-प्रकार, सम्बन्ध, दशा आदि का पता चले, उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं।
64.’यह चाँदी खोटी-सी दिखती है’ इस वाक्य में खोटी सी’ विशेषण का प्रकार है-
- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिमाणबोधक विशेषण
- पूर्णांक बोधक विशेषण
Answer. A
Explanation: ‘यह चाँदी खोटी सी दिखती है’ वाक्य में ‘खोटी सी’ ‘गुणवाचक विशेषण’ का प्रकार है। गुणवाचक विशेषण में ‘सा/सा’ सादृश्य वाचक पद जोड़कर गुणों को कम भी किया जाता है। जैसे – बड़ा-सा, पीला-सा, छोटी-सी, खोटी-सी इत्यादि।
65.‘मीठा अमरूद’ में ‘मीठा’ विशेषण किस कोटि का है?
- परिमाणवाचक
- गुणवाचक
- व्यक्तिवाचक
- संख्यावाचक
Answer. B
Explanation: ‘मीठा अमरूद’ में ‘मीठा’ गुणवाचक विशेषण है। यह अमरूद के मीठा होने के गुण की चर्चा करता है। ध्यातव्य है कि विशेषण चार प्रकार के होते हैं-
(1) गुणवाचक
(2) संख्यावाचक
(3) परिमाणवाचक
(4) सार्वनामिक।
66.सोहन गाँव का मकान देख रहा है।’ इस वाक्य में क्रिया शब्द कौन-सा है?
- सोहन
- गाँव
- देख रहा है
- मकान
Answer. C
Explanation: ‘सोहन गाँव का मकान देख रहा है।’ इस वाक्य में क्रिया शब्द ‘देख रहा है’ है। जिस शब्द से किसी काम का करना या होना समझा जाय, उसे ‘क्रिया’ कहते हैं। जैसे- पढ़ना, लिखना, खाना, पीना, देखना इत्यादि क्रिया विकारी शब्द हैं, जो रूप लिंग, वचन और कारक के अनुसार बदलते हैं।
67.जिन शब्दों से काम का करना या होना पाया जाए, उन्हें-
- क्रिया-विशेषण कहते हैं
- सर्वनाम कहते हैं
- क्रिया कहते हैं
- अपूर्ण क्रिया कहते हैं
Answer. C
Explanation: जिन शब्दों से कार्य का करना या होना पाया जाए, उन्हें क्रिया कहते हैं। क्रिया के मूल रूप को धातु कहते हैं। मूल धातु में प्रत्यय लगाकर क्रिया का निर्माण किया जाता है।
जैसे-
धातु | क्रिया | प्रत्यय |
पढ़ | पढ़ना | ना |
दौड़ | दौड़ना | ना |
68.क्रिया के रूपान्तरण को कहते हैं-
- विशेषण
- सर्वनाम
- वाच्य
- कारक
Answer. C
Explanation: क्रिया के रूपांतरण को वाच्य कहते हैं। क्रिया मुख्यतया दो प्रकार की होती है-
- सकर्मक क्रिया। 2. अकर्मक क्रिया।
69.रचना की दृष्टि से क्रिया के भेद हैं-
- तीन
- दो
- चार
- पाँच
Answer. B
Explanation: रचना की दृष्टि से क्रिया के सामान्यतः दो भेद हैं- (1) सकर्मक क्रिया और (2) अकर्मक क्रिया।
सकर्मक क्रिया- ‘सकर्मक क्रिया’ उसे कहते हैं, जिसका कर्म हो या जिसके साथ कर्म की सम्भावना हो अर्थात् जिस क्रिया के व्यापार का संचालन तो कर्त्ता से हो, पर जिसका फल या प्रभाव किसी दूसरे व्यक्ति या वस्तु, अर्थात् कर्म पर पड़े। उदाहरणार्थ-श्याम आम खाता है। इस वाक्य में ‘श्याम’ कर्त्ता है, ‘खाने’ के साथ उसका कर्तृरूप से सम्बन्ध है। प्रश्न होता है, क्या खाता है? उत्तर है, ‘आम’। यहाँ श्याम के खाने का फल ‘आम’ पर अर्थात् कर्म पर पड़ता है। इसलिये खाना क्रिया सकर्मक है।
अकर्मक क्रिया- जिन क्रियाओं का व्यापार और फल कर्त्ता पर हो, वे अकर्मक कहलाती हैं। अकर्मक क्रियाओं का ‘कर्म’ नहीं होता। क्रिया का व्यापार और फल दूसरे पर न पड़कर कर्त्ता पर पड़ता है। उदाहरण के लिये श्याम सोता है। इसमें सोना क्रिया अकर्मक है।
70.मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने वाली क्रिया को क्या कहते हैं?
- नामबोधक क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- नामधातु क्रिया
- सहायक क्रिया
Answer. D
Explanation: मुख्य क्रिया के अर्थ को स्पष्ट करने वाली क्रिया को ‘सहायक क्रिया’ कहते हैं।
जैसे (है, था, रहे हैं, रहे थे) आदि।
उदाहरण – तुम खेल रहे थे।
सुरेश चिल्ला रहा है।
उपर्युक्त उदाहरण में खेलना एवं चिल्लाना मुख्य क्रिया है, जबकि रहे थे, एवं रहा है सहायक क्रिया है।
71.’मेरा बेटा हजारों में एक है’ वाक्य में ‘हजारों’ है
- संज्ञा
- विशेषण
- क्रिया विशेषण
- अव्यय
Answer. D
Explanation: वाक्य ‘मेरा बेटा हजारों में एक है’ में ‘हजारों’ शब्द अव्यय है।
72.निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द अव्यय नहीं है?
- जूता
- आज
- भीतर
- उपर्युक्त में से एक से अधिक
Answer. A
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘जूता’ शब्द अव्यय नहीं है। यह जातिवाचक संज्ञा शब्द है जबकि आज, भीतर अव्यय शब्द हैं।
अव्यय अविकारी शब्द हैं जिस पर लिंग, वचन तथा कारक का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
अव्यय के चार भेद होते हैं-
(i) क्रियाविशेषण अव्यय
(ii) सम्बन्धबोधक अव्यय
(iii) समुच्चयबोधक अव्यय
(iv) विस्मयादिबोधक अव्यय
73.अव्यय के लिए इनमें से कौन-सा कथन सही है?
- ये अविकारी होते हैं
- ये विकारी होते हैं
- ये विकारी और अविकारी दोनों होते हैं
- उपरोक्त से कोई नहीं
Answer. A
Explanation: अव्यय अविकारी शब्द होते हैं। अव्यय वे शब्द हैं जिनमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि से कोई विकार या रूप परिवर्तन नहीं होता है। वस्तुतः किसी भी स्थिति में अव्यय का रूप वैसे-का-वैसे बना रहता है। जैसे- गोविन्द तेज दौड़ता है। इसमें तेज’ शब्द सभी अवस्थाओं में एक समान है। अतः अव्यय है।
74.’वह ऐसा दौड़ा कि सब पीछे रह गये’ वाक्य में ‘ऐसा’ है
- क्रिया विशेषण
- विशेषण
- संज्ञा
- अव्यय
Answer. D
Explanation: ‘वह ऐसा दौड़ा कि सब पीछे रह गये’ वाक्य में ‘ऐसा’ ‘रीतिवाचक अव्यय’ है। ये शब्द सदैव अपरिवर्तित, अविकारी रहते हैं। इनका मूल रूप स्थिर रहता है, कभी बदलता नहीं। जैसे- आज, किन्तु, परन्तु, तब, जरा, ऐसे, वैसे, और, क्योंकि, जो कि इत्यादि।
75.निम्न में अव्यय है-
- भारत
- श्याम
- आह
- दक्षिण
Answer. C
Explanation: प्रश्नगत विकल्पों में ‘आह’ अव्यय शब्द है। ऐसे शब्द जिनमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार नहीं होता, अव्यय कहलाते हैं, जैसे- हाय, बाह, शाबाश, हाँ, और, किन्तु, जब, तब, अतः इत्यादि।
76.’दरवाजे पर कोई आया है’ वाक्य में किस प्रकार का सर्वनाम है?
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
Answer. B
Explanation: ‘दरवाजे पर कोई आया है’ वाक्य में अनिश्चयवाचक सर्वनाम है। जिस सर्वनाम से किसी निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध नहीं होता हो उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
77.सर्वनाम की दृष्टि से निम्नलिखित में असंगत युग्म है :
- पुरुषवाचक तू, आप
- सम्बन्धवाचक – जो, में, हम
- अनिश्चयवाचक कौन, क्या
- निश्चयवाचक यह, वह
Answer. C
Explanation: ‘अनिश्चयवाचक- ‘कौन, क्या’ सर्वनाम की दृष्टि से असंगत है। इसका संगत युग्म है- प्रश्नवाचक- कौन, क्या हैं।
78.छत्तीसगढ़ी शब्द ‘कोनो’ सर्वनाम है-
- पुरुषवाचक
- निश्चयवाचक
- सम्बन्धवाचक
- अनिश्चयवाचक
Answer. D
Explanation: छत्तीसगढ़ी शब्द ‘कोनो’ शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम का उदाहरण है।
79.निम्नलिखित प्रश्न में, चार विकल्पों में से, उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य के अनुसार सर्वनाम के भेद का ही विकल्प है।
स्वाद में कुछ कमी है।
- संबंधवाचक सर्वनाम
- पुरुषवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
Answer. D
Explanation: अनिश्चयवाचक सर्वनाम जिस सर्वनाम में किसी वस्तु का निश्चित बोध नहीं होता, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। स्वाद में कुछ कमी है। इस वाक्य में ‘कुछ’ सर्वनाम शब्द से अनिश्चितता का बोध होता होता है। इसलिए कुछ शब्द अनिश्चयवाचक सर्वनाम होगा।
80.’कोई आ रहा है’ – वाक्य में कौन-सा सर्वनाम है?
- निजवाचक
- निश्चचयवाचक
- अनिश्चयवाचक
- संबंधवाचक
Answer. C
Explanation: कोई आ रहा है’ में अनिश्चयवाचक सर्वनाम है। संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम के भेद –
- पुरुषवाचक सर्वनाम (उत्तम, मध्यम एवं अन्य पुरुष)
- निश्चयवाचक सर्वनाम
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम
- संबंधवाचक सर्वनाम
- प्रश्नवाचक सर्वनाम
- निजवाचक सर्वनाम
81.’मना’ की भाववाचक संज्ञा क्या है?
- मनाही
- मनसा
- मानस
- मन
Answer. A
Explanation: मना का भाववाचक संज्ञा ‘मनाही’ होगा, जबकि मनसा, मानस और मन तीनों असंगत हैं।
82.निम्नलिखित में से किस विकल्प में सभी शब्द भाववाचक संज्ञा शब्द है?
- अमीर, गरीब, समूह, मिठास
- जवानी, खट्टास, पुस्तक, गंगा
- रसीला, कड़वाहट, बुढ़ापा, उन्नति
- धैर्य, चालाकी, उदासी, सूर्य
Answer. C
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘रसीला, कड़वाहट, बुढ़ापा, उन्नति’ सभी शब्द ‘भाववाचक संज्ञा’ हैं। जिस शब्द से किसी भाव, गुण, दशा आदि का बोध होता है, वह भाववाचक संज्ञा कहलाता है; जैसे-नारीत्व, वीरता, थकान, निकटता आदि।
83.’मीठा’ की भाववाचक संज्ञा होगी –
- मिठाई
- मिठास
- मीठी
- मधुर
Answer. B
Explanation: मीठा की भाववाचक संज्ञा ‘मिठास’ होगी। वे संज्ञा शब्द जिससे व्यक्ति या वस्तु के गुण, धर्म, दशा या व्यापार का बोध होता है उसे ‘भाववाचक संज्ञा’ कहते हैं; जैसे लम्बाई, नम्रता, मिठास, बुढ़ापा आदि।
84.निम्नलिखित में से कौन-सी भाववाचक संज्ञा है?
- भारत
- लड़का
- मित्रता
- पेड़
Answer. C
Explanation: भाववाचक संज्ञा- मित्रता, मूर्खता, घबराहट, बुढ़ापा, पाण्डित्य। भारत, इजराइल, गंगा, मोहन, रविवार, सोमवार आदि ‘व्यक्तिवाचक संज्ञा’ हैं। लड़का, ‘पेड़, गाय, पुस्तक, टेबुल, पशु, पक्षी आदि ‘जातिवाचक संज्ञा’ है।
85.निम्न में कौन सी भाववाचक संज्ञा है?
- दिल्ली
- लड़का
- मोहन
- बीमारी
Answer. D
Explanation: ‘बीमारी’ भाववाचक संज्ञा है। जिस संज्ञा (नाम या शब्द) से किसी भाव, दशा, धर्म, गुण या कार्य का बोध होता है, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं; जैसे- मनुष्यता, चलन, सजावट, सरलता, गरीबी, गरमी आदि। दिल्ली व मोहन व्यक्तिवाचक संज्ञा हैं।
86.‘पर्वतीय’ कौन सा विशेषण है?
- गुणवाचक विशेषण
- संख्यावाचक विशेषण
- परिमाणवाचक विशेषण
- सार्वनामिक विशेषण
Answer. A
Explanation: ‘पर्वतीय’ शब्द में गुणवाचक विशेषण है। विशेषण के जिस रूप में किसी संज्ञा या सर्वनाम का गुण-दोष, रूप-रंग, आकार-प्रकार, सम्बन्ध, दशा आदि का पता चले, उसे ‘गुणवाचक विशेषण कहते हैंः जैसे-विद्वान, दुष्ट, सुन्दर, हरी, मोटा, दुर्बल, पठारीय, स्वस्थ आदि।
87.निम्न में कौन-सा शब्द विशेषण है?
- आगरा
- चमकीला
- कुछ
- लिखना
Answer. B
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘चमकीला’ शब्द विशेषण है, जबकि आगरा-व्यक्तिवाचक संज्ञा, लिखना-क्रिया तथा कुछ अनिश्चयवाचक सर्वनाम शब्द हैं।
88.बनारसी में कौन-सा विशेषण है?
- गुणवाचक
- सार्वनामिक
- संख्यावाचक
- परिमाणवाचक
Answer. A
Explanation: बनारसी में गुणवाचक विशेषण है। जो शब्द किसी व्यक्ति या वस्तु के गुण, दोष, रंग आदि का बोध कराए तो उसे गुणवाचक विशेषण कहते हैं।
89.विशेषण बताइए :
- क्षम्य
- फेन
- शिक्षा
- भ्रम
Answer. A
Explanation: उपर्युक्त विकल्पों में से क्षम्य शब्द विशेषण हैजो ‘क्षमा’ शब्द से निर्मित है। शेष विकल्प संज्ञा शब्द हैं।
90.निम्नलिखित शब्दों में से कौन-सा शब्द विशेषण है?
- शासन
- अनुशासन
- अनुशंसा
- अनुशासित
Answer. D
Explanation: दिये गये विकल्पों में से ‘अनुशासित’ विशेषण शब्द है। अन्य विकल्प संज्ञा के रूप में जाने जाते हैं।
91.इनमें से किस वाक्य में अकर्मक क्रिया है?
- चालक गाड़ी चलाता है
- मां स्वेटर बुनती है
- रामू खाना खा रहा है
- श्याम हँसता है
Answer. D
Explanation: ‘श्याम हँसता है’ में अकर्मक क्रिया है। जिस क्रिया का फल स्वयं कर्त्ता पर पड़ता है वह क्रिया अकर्मक क्रिया कहलाती है। इस क्रिया में कर्म का अभाव होता है। जैसे- श्याम सोता है, राजेश दौड़ता है।
92.’मनोहर सो रहा है’ वाक्य में क्रिया का भेद कौन-सा होगा?
- अकर्मक
- प्रेरणार्थक
- द्विकर्मक
- सकर्मक
Answer. A
Explanation: ‘मनोहर सो रहा है’- वाक्य में अकर्मक क्रिया का प्रयोग हुआ है।
क्रिया – जिस शब्द से किसी काम का करना या होना पाया जाए, उसे क्रिया कहते हैं।
कर्म के आधार पर क्रिया के दो भेद हैं।
(1) सकर्मक क्रिया (2) अकर्मक क्रिया
जिस वाक्य में कर्म की अनुपस्थिति होती है तथा क्रिया का परिणाम स्वयं कर्त्ता पर पड़ता है वह वाक्य अकर्मक क्रिया का वाक्य कहलाता है। जैसे- राजू रो रहा है।
93.’राम हँसता है।’ इस वाक्य में क्रिया का कौन-सा प्रकार है?
- सकर्मक क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
- अकर्मक क्रिया
- अनेकार्थक क्रिया
Answer. C
Explanation: राम हँसता है।’ इस वाक्य में ‘अकर्मक क्रिया’ का प्रयोग हुआ है। ‘जिस वाक्य में क्रिया का परिणाम स्वयं कर्त्ता पर पड़ता है कर्म पर नहीं, वह अकर्मक क्रिया का वाक्य कहलाता है।
जैस- राम हँसता है।
सीता नाच रही है।
94.’मीरा जोर से हँसी’ यह वाक्य किस क्रिया का समुचित उदाहरण है?
- अकर्मक
- प्रेरणार्थक
- द्विकर्मक
- सकर्मक
Answer. A
Explanation: ‘मीरा जोर से हँसी’ यह वाक्य अकर्मक क्रिया का समुचित उदाहरण है। ऐसी क्रियाएँ जिसका प्रभाव कर्त्ता पर पड़े तथा उसके सम्पादन हेतु कर्म की आवश्यकता न हो, अकर्मक क्रियाएँ कहलाती हैं। यहाँ ‘हँसने’ का प्रभाव केवल मीरा (कर्ता) पर पड़ रहा है; अतः यहाँ अकर्मक क्रिया है।
95.निम्नलिखित में से किस वाक्य में अकर्मक क्रिया है?
- पानी बरस रहा है।
- मैं गेहूँ पिसवाता हूँ।
- श्याम निबंध लिखता है।
- राम मोहन को रुला रहा है।
Answer. A
Explanation: जिस क्रिया के व्यापार का फल कर्त्ता पर पड़ता है तथा कर्म साथ में नहीं होता उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं। अतः ‘पानी बरस रहा है’ में अकर्मक क्रिया है।
96.’अब पढ़कर क्या होगा’ इस वाक्य में कौन-सी क्रिया है?
- प्रेरणार्थक क्रिया
- संयुक्त क्रिया
- पूर्वकालिक क्रिया
- द्विकर्मक क्रिया
Answer. C
Explanation: ‘अब पढ़कर क्या होगा’ वाक्य में पूर्वकालिक क्रिया है। जब कर्त्ता एक क्रिया समाप्त कर दूसरी क्रिया प्रारम्भ करता है तब पहली क्रिया पूर्वकालिक क्रिया होती है। जैसे-उसने नहाकर भोजन किया। इसमें नहाकर पूर्वकालिक क्रिया है; क्योंकि इसमें नहाने की क्रिया की समाप्ति के साथ ही भोजन करने की क्रिया का बोध होता है।
97.उस विकल्प का चयन करें जो दिए गए वाक्य में क्रिया के भेद वाला सही विकल्प है-रोहन चाय पीकर बैठ गया।
- प्रेरणार्थक
- नामधातु
- पूर्वकालिक
- संयुक्त
Answer. C
Explanation: जब कत्र्ता एक क्रिया को समाप्त करके तत्काल किसी दूसरी क्रिया को आरंभ करता है, तब पहली क्रिया को पूर्वकालिक क्रिया कहते हैं।
वाक्य ‘रोहन चाय पीकर बैठ गया’ में पूर्वकालिक क्रिया है।
98.हथियाना, चिकनाना किस प्रकार की क्रिया है?
- नामधातु क्रिया
- प्रेरणार्थक क्रिया
- यौगिक क्रिया
- संयुक्त क्रिया
Answer. A
Explanation: हथियाना, चिकनाना नामधातु क्रिया है।
नामधातु क्रियाः- संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण से मिलकर बनने वाली क्रिया नामधातु क्रिया कहलाती है। जैसे- हाथ से हथियाना, बात से बतियाना, चिकना से चिकनाना आदि।
99.निम्नलिखित में नामधातु क्रिया का प्रयोग किस विकल्प में है?
- माँ नौकरानी से बर्तन धुलवाती है।
- उसने मेरी सारी संपत्ति हथिया ली।
- मोर नाच रहा है।
- मैं कपड़े धो कर खेलने गया।
Answer. B
Explanation: ‘उसने मेरी सारी सम्पत्ति हथिया ली।’ इस वाक्य में नाम धातु क्रिया का प्रयोग किया गया है।
‘संज्ञा या विशेषण से बनने वाली धातु क्रिया को नामधातु क्रिया कहते हैं।
जैसे –
हाथ – हथियाना
लात – लतियाना
गरम – गरमाना
100.जो क्रिया संज्ञा या विशेषण से बनती है उसे क्या कहते हैं?
- मूल धातु
- नाम धातु
- संयुक्त क्रिया
- द्विकर्मक धातु
Answer. B
Explanation: जो क्रिया संज्ञा या विशेषण से बनती है उसे नाम धातु कहते हैं
जैसे – निराश होना – (विशेषण + क्रिया)
लाठी – मारना – (संज्ञा + क्रिया)
101.निम्नलिखित में से अव्यय है-
- वर्तमान
- नया
- तथा
- सुन्दर
Answer. C
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘तथा’ शब्द अव्यय है।
102.निम्नलिखित में से अव्यय है-
- प्राचीन
- मोटा
- गरीब
- और
Answer. D
Explanation: दिये गये विकल्पों में ‘और’ शब्द अव्यय है।
103.’वह हमेशा अपने भाई के गीत गाता रहता है।’ वाक्य में अव्यय पद है।
- वह
- हमेशा
- अपने
- गीत
Answer. B
Explanation: उपर्युक्त वाक्य में ‘हमेशा’ शब्द अव्यय है। ‘वह’ तथा ‘अपने’ सर्वनाम शब्द है तथा ‘गीत’ संज्ञा शब्द है।
104.वह काम नहीं करता। वाक्य में अव्यय पद है-
- वह
- काम
- नहीं
- करता
Answer. C
Explanation: ‘वह काम नहीं करता।’ वाक्य में ‘नहीं’ शब्द पर लिंग, वचन, कारक आदि का कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है, अतः ‘नहीं’ अव्यय (निपात) शब्द है।
105.निम्न में अव्यय है:
- उत्तर
- ठीक
- जापान
- कृष्णा
Answer. B
Explanation: दिये गये विकल्पों में से ‘ठीक’ शब्द अव्यय है। जिसके रूप में लिंग, वचन, कारक और पुरुष के कारण कोई परिवर्तन नहीं होता उसे अव्यय कहते हैं। जैसे- जब, तब, अभी, उधर, इधर, ठीक, वाह, आह, एवं, किन्तु, परन्तु इत्यादि। शेष शब्द ‘उत्तर’, ‘जापान’ तथा ‘कृष्णा’ संज्ञा हैं।
106.कौन सा पद विकृत नहीं होता?
- संज्ञा
- अव्यय
- विशेषण
- क्रिया
Answer. B
Explanation: अव्यय पद विकृत नहीं होता। अव्यय – अव्यय वे शब्द होते हैं जिनके रूप में लिंग, वचन, पुरुष, काल, कारक इत्यादि के कारण कोई विकार नहीं होता। जैसे-जब, इधर, उधर, किन्तु, परन्तु, अतः, इसलिए आदि।