विराम चिन्ह(Viram Chinh) हिन्दी व्याकरण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसका अर्थ होता है — वाक्य में ठहराव या रुकाव। यदि लिखते समय विराम चिन्हों का सही ढंग से प्रयोग न किया जाए, तो वाक्य का अर्थ बदल सकता है या भ्रम पैदा हो सकता है। इसी कारण, इस लेख “Viram Chinh in Hindi” में हम विराम चिन्ह की परिभाषा, प्रकार, प्रयोग और उदाहरणों को विस्तारपूर्वक समझेंगे।

विराम चिन्ह (Viram Chinh in Hindi)
विराम चिन्ह किसे कहते हैं Viram Chinh
विराम का अर्थ होता है ‘रुकना’ या ‘ठहरना’। जब हम किसी वाक्य को बोलते या लिखते हैं, तो उसमें उचित स्थान पर ठहराव आवश्यक होता है, जिससे भाषा स्पष्ट, अर्थवान और भावपूर्ण बनती है। लिखित भाषा में इस ठहराव को दर्शाने के लिए विशेष चिन्हों का प्रयोग किया जाता है, जिन्हें विराम चिन्ह कहा जाता है।
विराम चिन्ह की परिभाषा
विराम चिन्ह वे चिन्ह होते हैं जो वाक्य में ठहराव, विश्राम या रुकाव को दर्शाते हैं। इनका प्रयोग वाक्य के अर्थ को स्पष्ट और प्रभावशाली बनाने के लिए किया जाता है।
विराम चिन्ह के उदाहरण
मयंक पढ़ रहा है। (सामान्य सूचना)
लालकिला किसने बनवाया? (प्रश्नवाचक)
अंजलि आयी है! (आश्चर्य का भाव)
विराम चिन्ह का महत्व
विराम चिन्ह का सही प्रयोग वाक्य को अर्थपूर्ण बनाता है। यदि सही स्थान पर विराम चिन्ह न लगाए जाएँ, तो वाक्य का अर्थ बदल सकता है या स्पष्ट नहीं होता।
उदाहरण
रोको मत जाने दो।
रोको, मत जाने दो।
रोको मत, जाने दो।
विराम चिन्ह के प्रकार
हिन्दी में कुल 18 प्रकार के विराम चिन्ह होते हैं:
अल्प विराम (Comma) – ,
अर्द्ध विराम (Semi Colon) – ;
पूर्ण विराम (Full Stop) – ।
उप विराम (Colon) – :
विस्मयादिबोधक चिन्ह – !
प्रश्नवाचक चिन्ह – ?
कोष्ठक (Bracket) – ( )
योजक चिन्ह (Hyphen) – –
उद्धरण चिन्ह – ” “
संक्षेप चिन्ह – o
विवरण / आदेश चिन्ह – :-
रेखांकन चिन्ह – _
लोप चिन्ह – …
पुनरुक्ति सूचक चिन्ह – ,,
विस्मरण / त्रुटिपूरक चिन्ह – ^
अवग्रह – ऽ
तुल्यता चिन्ह – =
निर्देशक चिन्ह – ―
विराम चिह्न (Viram Chinh – हिंदी व्याकरण)
1. अल्पविराम (Comma) (,)
एक से अधिक वस्तुओं या नामों को अलग करने के लिए थोड़ी रुकावट दर्शाने हेतु इसका प्रयोग होता है।
उदाहरण:
अमित, विनय, पूजा और सीमा स्कूल गए।
मैंने बाजार से सेब, केले, संतरे और अंगूर खरीदे।
अंग्रेजी में: Comma
2. अर्द्धविराम (Semicolon) (;)
दो वाक्यों के बीच गहरे संबंध को दर्शाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
वर्षा हो रही थी; बच्चे खेलना छोड़कर घर आ गए।
अंग्रेजी में: Semicolon
Note: जब एक ही प्रधान उपवाक्य पर अनेक आश्रित उपवाक्य हों। जैसे सूर्योदय हुआ; अन्धकार दूर हुआ; पक्षी चहचहाने लगे और मैं प्रातः भ्रमण को चल पड़ा।
3. पूर्णविराम (Full Stop) (।)
जब वाक्य समाप्त होता है, तब पूर्णविराम लगाया जाता है।
उदाहरण:
रिया गाना गा रही है।
अंग्रेजी में: Full Stop
Note:काव्य में दोहा, सोरठा, चैपाई के चरणों के अन्त में। रघुकुल रीति सदा चलि आई।प्राण जाय पर वचन न जाई
4. उपविराम (Colon) (:)
जब किसी बात या विषय को विशेष रूप से समझाना हो, तब उपविराम का प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
शिक्षा: भविष्य की चाबी।
अंग्रेजी में: Colon
5. विस्मयबोधक चिह्न (Interjection Sign) (!)
हर्ष, क्रोध, आश्चर्य, दुख आदि को व्यक्त करने के लिए प्रयोग होता है।
उदाहरण:
वाह! क्या दृश्य है।
अंग्रेजी में: Interjection Sign
6. प्रश्नवाचक चिह्न (Question Mark) (?)
प्रश्न पूछते समय वाक्य के अंत में इसका प्रयोग होता है।
उदाहरण:
तुम कहाँ जा रहे हो?
अंग्रेजी में: Question Mark
7. कोष्ठक (Bracket) (), [], {}
अतिरिक्त जानकारी या टिप्पणी जोड़ने के लिए कोष्ठक का प्रयोग होता है।
उदाहरण:
मनीषा (जो दिल्ली में रहती है) बहुत मेहनती छात्रा है।
अंग्रेजी में: Bracket
8. योजक चिह्न (Hyphen) (–)
दो शब्दों को जोड़ने हेतु या युग्म शब्दों में इसका प्रयोग होता है।
उदाहरण:
सुख-दुख, दिन-रात
अंग्रेजी में: Hyphen
9. उद्धरण चिह्न (Inverted Comma) (“…”)
किसी का कथन ज्यों का त्यों प्रस्तुत करने के लिए इसका उपयोग होता है।
उदाहरण:
गुरु जी ने कहा, “ईमानदारी सबसे बड़ा गुण है।”
अंग्रेजी में: Inverted Comma
Note:(i) इकहरा ‘ ’- जब किसी कवि का उपनाम, पुस्तक का नाम, पत्र पत्रिका का नाम,लेख या कविता का शीर्षक आदि का उल्लेख करना हो। जैसे- रामधारीसिंह ‘दिनकर’ ओज के कवि हैं। ‘राम चरित मानस’ के रचयिता तुलसीदास हैं।
(ii) दोहरा ‘‘ ’’- वाक्यांश को उद्धृत करते समय। महावीर ने कहा, ‘‘अहिंसा परमोधर्मः।’’
10. संक्षेप चिह्न (Abbreviation Sign) (०)
लंबे शब्दों को छोटा लिखने के लिए इस चिन्ह का उपयोग होता है।
उदाहरण:
डॉ० शर्मा, पं० नेहरू
अंग्रेजी में: Abbreviation Sign
11. विवरण चिह्न (Sign of Following) (:-)
सूचियाँ या बिंदुवार जानकारी देने के लिए इसका उपयोग होता है।
उदाहरण:
मुख्य त्योहार:- होली, दीपावली, रक्षाबंधन।
अंग्रेजी में: Sign of Following
12. रेखांकन चिह्न (Underline) (_)
महत्वपूर्ण शब्दों को रेखांकित करने के लिए इसका उपयोग होता है।
उदाहरण:
भारत का राष्ट्रीय पशु बाघ है।
अंग्रेजी में: Underline
13. लोप चिह्न (Mark of Omission) (…)
जब कोई वाक्य अधूरा छोड़ना हो या कुछ भाग छिपाना हो तो इसका प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण:
मैं बस इतना कहना चाहता हूँ…
अंग्रेजी में: Mark of Omission
14. पुनरुक्ति सूचक चिह्न (Repeat Pointer Symbol) (,,)
एक ही वाक्यांश को बार-बार लिखने से बचने के लिए यह चिह्न उपयोग होता है।
उदाहरण:
राजेश डॉक्टर हैं। ,, के पिता अध्यापक हैं।
अंग्रेजी में: Repeat Pointer Symbol
15. विस्मरण चिह्न (Oblivion Sign) (^)
लिखते समय यदि कोई शब्द छूट जाए, तो उसे दर्शाने के लिए इसका प्रयोग होता है।
उदाहरण:
राम ^ जाएगा। (मंदिर)
अंग्रेजी में: Oblivion Sign
16. अवग्रह / दीर्घ उच्चारण चिन्ह (Long Pronunciation Sign) (ऽ)
अवग्रह (ऽ) संधि के कारण विलुप्त हुए ‘अ’ या दीर्घ स्वर को दर्शाता है।
उदाहरण:
माँऽऽऽ, बुआऽऽऽ
बालको + अयम् = बालकोऽयम्
सोऽहम्, प्रभोऽनुग्रहण
अंग्रेजी में: Long Pronunciation Sign
17. तुल्यता सूचक चिन्ह (Equal Sign) (=)
किसी वस्तु, संख्या, गुण आदि को समान या तुल्य दर्शाने के लिए प्रयोग होता है।
उदाहरण:
9 = 7+2
10+2 = 12
सोना = 75000 रुपये/10 ग्राम
10 रुपये = 2 रोटी
अंग्रेजी में: Equal Sign
18. निर्देशक चिह्न (Dash Sign) (―)
इस चिह्न का प्रयोग विषय, उदाहरण, कथन या शीर्षक से पहले किया जाता है।
उदाहरण:
अध्यापक ― तुम जा सकते हो।
जैसे ― क्रिकेट, हॉकी, सतरंज।
अंतर:
योजक (–) = सुख-दुख (सुख और दुख)
निर्देशक (―) = वाक्य के पहले भाग को विशेष रूप से प्रस्तुत करने के लिए
1. कौन-सा विराम चिन्ह सूची बताने के लिए प्रयोग होता है?
A) प्रश्नवाचक चिह्न B) उप विराम C) अल्प विराम D) अर्द्ध विराम
2. अर्द्ध विराम (;) किस स्थिति में प्रयोग किया जाता है?
A) एक वाक्य खत्म करने के लिए B) लम्बी सूची में C) अल्प विराम से अधिक ठहराव हेतु D) निर्देश देने के लिए
3. वाक्य “ताजमहल किसने बनवाया ?” में कौन-सा विराम चिह्न प्रयोग हुआ है?
A) पूर्ण विराम B) प्रश्नवाचक चिह्न C) विस्मयादिबोधक चिह्न D) उप विराम
4. “शाबाश! तुमने कमाल कर दिया।” में प्रयुक्त चिन्ह है –
A) योजक चिह्न B) विस्मयादिबोधक चिह्न C) पूर्ण विराम D) कोष्ठक
5. “धर्मराज (युधिष्ठिर)” वाक्यांश में प्रयुक्त विराम चिह्न है –
A) अल्प विराम B) योजक C) कोष्ठक D) विवरण चिन्ह
6. “बालकोऽयम्” में प्रयुक्त चिह्न क्या दर्शाता है?
A) उप विराम B) अवग्रह C) योजक D) लोप
7. “सुख-दुःख, लाभ-हानि” में प्रयुक्त चिन्ह क्या है?
A) कोष्ठक B) योजक C) विवरण चिन्ह D) उप विराम
8. “रमेश कक्षा दस में पढ़ता है। ,, के पिता किसान हैं।” — यहाँ “,,“ किसका सूचक है?
A) योजक B) लोप C) पुनरुक्ति D) कोष्ठक
9. “10 रुपये = 2 रोटी” में प्रयोग हुआ चिन्ह क्या कहलाता है?
A) तुल्यता सूचक चिन्ह B) विवरण चिन्ह C) योजक चिह्न D) कोष्ठक
10. “राम ^ जाएगा।” — इस ^ चिह्न को क्या कहते हैं?
A) निर्देश B) विस्मरण C) पुनरुक्ति D) लोप
11. “आम के फायदे हैं :-” में प्रयोग हुआ चिन्ह है –
A) विवरण चिन्ह B) उप विराम C) लाघव D) योजक
12. डॉं०, इंजी० जैसे शब्दों में प्रयुक्त विराम चिन्ह कौन-सा है?
A) पूर्ण विराम B) लाघव चिन्ह C) योजक D) पुनरुक्ति
13. “माँऽऽऽ, बचाओ!” — इसमें ‘ऽ’ किसका सूचक है?
A) उच्चारण विराम B) दीर्घ उच्चारण C) विस्मरण D) उपसर्ग
14. “अध्यापक ― तुम जा सकते हो।” — यहाँ कौन-सा चिन्ह प्रयोग हुआ है?
A) विवरण चिन्ह B) योजक चिह्न C) निर्देशक चिन्ह D) कोष्ठक
15. “सोऽहम्” शब्द किस सन्धि का उदाहरण है?
A) अयादि सन्धि B) पूर्वरूप सन्धि C) दीर्घ सन्धि D) गुण सन्धि
उतरावली
प्रश्न | उत्तर | स्पष्टीकरण संक्षेप में |
---|---|---|
1 | C | वस्तुओं की सूची में अल्प विराम |
2 | C | अल्प विराम से अधिक ठहराव |
3 | B | प्रश्नवाचक चिह्न (?) |
4 | B | विस्मय या हर्ष में ‘!’ |
5 | C | कोष्ठक () नाम स्पष्ट करता है |
6 | B | अवग्रह ‘ऽ’ उच्चारण दर्शाता है |
7 | B | योजक ‘-’ समस्तपद बनाता है |
8 | C | पुनरुक्ति चिह्न (‘,,’) |
9 | A | तुल्यता = समानता दर्शाता है |
10 | A | निर्देश चिह्न (caret) |
11 | A | विवरण देने हेतु उप विराम |
12 | B | लाघव सूचक चिह्न है ‘०’ |
13 | B | दीर्घ उच्चारण को दर्शाता है |
14 | C | निर्देशक रेखा (―) |
15 | B | पूर्वरूप संधि का प्रयोग |
प्रचलित विराम चिन्ह से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न (FAQs)
प्रश्न 1: हिंदी में प्रचलित प्रमुख विराम चिह्न कौन-कौन से हैं?
उत्तर: हिंदी में प्रमुख विराम चिह्न निम्नलिखित हैं:
अल्प विराम ( , )
अर्द्ध विराम ( ; )
पूर्ण विराम ( । )
उप विराम [ : ]
विस्मयादिबोधक चिह्न ( ! )
प्रश्नवाचक चिह्न ( ? )
कोष्ठक ( () )
योजक चिह्न ( – )
उद्धरण चिह्न (“…”)
लाघव चिह्न (o)
आदेश चिह्न / सूचना चिन्ह (:-)
रेखांकन चिह्न (_)
लोप चिह्न (…)
इन्हें अंग्रेजी में Punctuation Marks कहा जाता है।
प्रश्न 2: योजक चिह्न (–) किसे कहते हैं?
उत्तर: योजक चिह्न का प्रयोग दो शब्दों को जोड़ने या उनके बीच संबंध दर्शाने हेतु किया जाता है। जैसे – “सुख–दुख”, “दिन–रात”। इसे विभाजक चिह्न भी कहा जाता है।
प्रश्न 3: उद्धरण चिह्न कितने प्रकार के होते हैं और उनका प्रयोग क्या है?
उत्तर: उद्धरण चिह्न दो प्रकार के होते हैं:
इकहरा उद्धरण (‘ ’): किसी विशेष शब्द या वाक्यांश पर जोर देने के लिए।
दोहरा उद्धरण (“ ”): किसी व्यक्ति के कथन या किसी पुस्तक से लिया गया वाक्य ज्यों का त्यों प्रस्तुत करने के लिए।
उदाहरण:
रामधारी सिंह ‘दिनकर’ श्रेष्ठ कवि हैं।
जयशंकर प्रसाद ने कहा – “जीवन विश्व की संपत्ति है।”
प्रश्न 4: उद्धरण चिन्ह (‘ ’ / “ ”) के अलावा ‘…’ का क्या प्रयोग है?
उत्तर: ‘…’ को उद्धरण या लोप चिह्न कहा जाता है। इसका प्रयोग वाक्य को अधूरा छोड़ने या बीच का भाग छुपाने के लिए होता है।
प्रश्न 5: ‘अल्पविराम’ का चिन्ह क्या है और इसका प्रयोग कब होता है?
उत्तर: अल्पविराम का चिन्ह ( , ) होता है। जब वाक्य में थोड़ी रुकावट हो या दो या अधिक वस्तुओं की सूची दी जाए, तब इसका प्रयोग किया जाता है।
उदाहरण: राम, सीता, लक्ष्मण और हनुमान।
प्रश्न 6: प्रश्नवाचक चिन्ह (?) का प्रयोग कहाँ होता है?
उत्तर: प्रश्नवाचक चिन्ह का प्रयोग किसी प्रश्नवाचक वाक्य के अंत में किया जाता है।
उदाहरण:
क्या तुम घर जा रहे हो?
तुम्हारा नाम क्या है?
प्रश्न 7: विराम चिन्हों का प्रयोग क्यों आवश्यक है?
उत्तर: विराम चिह्न वाक्य में ठहराव, भाव और स्पष्टता लाने के लिए प्रयोग किए जाते हैं। ये भाषा को पढ़ने व समझने में सरल और प्रभावशाली बनाते हैं।