"संज्ञा के भेद(Sangya) – परिभाषा, प्रकार और उदाहरण | Hindi Grammar Guide"
📌 संज्ञा किसे कहते हैं?
संज्ञा वह शब्द होता है जो किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, प्राणी या भाव आदि के नाम के रूप में प्रयुक्त होता है।
📝 उदाहरण: मोहन, गाय, पुस्तक, दिल्ली, मिठास, ईमानदारी आदि।
📘 संज्ञा की परिभाषा (Sangya Ki Paribhasha)
किसी व्यक्ति, स्थान, वस्तु, प्राणी या भाव के नाम को प्रकट करने वाले शब्द को संज्ञा कहते हैं।
उदाहरण:
🔹 श्याम (व्यक्ति)
🔹 आम (वस्तु)
🔹 हाथी (प्राणी)
🔹 मिठास (भाव)
🧩 पद और संज्ञा पद क्या होता है?
पद = वह शब्द जो वाक्य में प्रयुक्त होकर किसी नियम से जुड़ता है।
हिंदी में पाँच प्रकार के पद होते हैं:
🔹 संज्ञा
🔹 सर्वनाम
🔹 विशेषण
🔹 क्रिया
🔹 अव्यय
संज्ञा पद वाक्य में जब “नाम” बताने वाला शब्द कार्य करता है, तो वह संज्ञा पद कहलाता है।
🔍 उदाहरणों के माध्यम से समझिए संज्ञा:
रमेश कल कोलकाता जाएगा।
वह पुस्तक पढ़ रहा है।
शेर दहाड़ता है।
ईमानदारी अच्छी बात है।
इसकी ऊंचाई देखो।
इन सभी वाक्यों में रेखांकित शब्द संज्ञा पद हैं क्योंकि ये नाम को दर्शाते हैं।
🧠 संज्ञा की पहचान कैसे करें?
अगर शब्द से किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या भाव का नाम पता चले – वह संज्ञा है।
जिसकी गिनती की जा सके या न की जा सके – वह संज्ञा हो सकती है।
🐾 संज्ञा के प्रकार – उदाहरण सहित (Sangya Ke Bhed)
1️⃣ प्राणीवाचक संज्ञा (👤)
जो किसी जीवित प्राणी का नाम दर्शाए।
उदाहरण: बच्चा, आदमी, गाय, राम, पक्षी
2️⃣ अप्राणीवाचक संज्ञा (🪑)
जो किसी निर्जीव वस्तु या स्थान का नाम हो।
उदाहरण: मेज़, घर, ट्रेन, रोटी, पहाड़
3️⃣ भाववाचक संज्ञा (💭)
जो भावना, गुण, स्थिति या अवस्था को व्यक्त करे।
उदाहरण: प्रेम, ईमानदारी, मिठास, ऊँचाई, क्रोध
🔢 गणनीय और अगणनीय संज्ञा
✅ गणनीय (Countable)
जिनकी गिनती की जा सकती है
उदाहरण: आदमी, केला, पुस्तक
❌ अगणनीय (Uncountable)
जिनकी गिनती नहीं की जा सकती
उदाहरण: दूध, हवा, प्रेम
🧠 संज्ञा की पहचान वाले वाक्य (Sangya Pad Pehchaan):
श्याम खाना खा रहा है।
👉 “श्याम” व्यक्ति का नाम है – संज्ञा
अमरुद में मिठास है।
👉 “अमरुद” फल का नाम, “मिठास” भाव – दोनों संज्ञा
घोड़ा दौड़ रहा है।
👉 “घोड़ा” एक प्राणी है – संज्ञा
🧠 संज्ञा के भेद | Types of Sangya in Hindi
🔢 संज्ञा के कितने भेद होते हैं?
हिन्दी में संज्ञा के कुल पाँच भेद माने जाते हैं:
व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun)
जातिवाचक संज्ञा (Common Noun)
द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun)
समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun)
भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun)
1️⃣ व्यक्तिवाचक संज्ञा (Proper Noun in Hindi)
जो शब्द किसी विशेष व्यक्ति, स्थान, वस्तु आदि के लिए प्रयोग हो — वह व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाता है।
📝 उदाहरण: राम, श्याम, दिल्ली, मुंबई, रामायण, गंगा
🔹 राम – एक व्यक्ति
🔹 टेबल – एक वस्तु विशेष
🔹 दिल्ली – विशेष स्थान
🔹 गीता – एक धार्मिक ग्रंथ
✅ व्यक्तिवाचक संज्ञा के उदाहरण:
व्यक्ति: राम, श्याम, मोहन
देश: भारत, चीन, भूटान
महीना: जनवरी, चैत्र
पर्वत: हिमालय, सतपुड़ा
महासागर: हिन्द महासागर, लाल सागर
ग्रंथ: रामायण, महाभारत
ऐतिहासिक घटनाएँ: 1857 की क्रांति, जलियावाला बाग
2️⃣ जातिवाचक संज्ञा (Common Noun in Hindi)
जो शब्द किसी पूरी जाति या वर्ग का बोध कराए, वह जातिवाचक संज्ञा कहलाती है। जैसे: लड़का, नदी, पर्वत
🧩 जातिवाचक संज्ञा के दो उपभेद:
द्रव्यवाचक संज्ञा
समूहवाचक संज्ञा
3️⃣ द्रव्यवाचक संज्ञा (Material Noun in Hindi)
जो शब्द किसी धातु, द्रव्य, पदार्थ या सामग्री को व्यक्त करें, वे द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाते हैं।
📝 उदाहरण: गेहूं, घी, चावल, सोना, चांदी, तांबा, ऊन
🔹 गेहूं – खाद्य सामग्री
🔹 सोना – आभूषण में प्रयुक्त धातु
🔹 ऊन – वस्त्र निर्माण की सामग्री
4️⃣ समूहवाचक संज्ञा (Collective Noun in Hindi)
जो संज्ञा शब्द समूह, समाज या संस्था को दर्शाए – वह समूहवाचक संज्ञा कहलाती है।
📝 उदाहरण: सेना, पुलिस, पुस्तकालय, दल, समिति, आयोग, परिवार
🔹 सेना – अनेक सैनिकों का समूह
🔹 पुस्तकालय – अनेक पुस्तकों का संग्रह
🔹 आयोग – कई सदस्यों की संस्था
5️⃣ भाववाचक संज्ञा (Abstract Noun in Hindi)
जो शब्द किसी भाव, अवस्था, गुण या दशा को व्यक्त करे, उसे भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
📝 उदाहरण: बुढ़ापा, मिठास, क्रोध, हर्ष, यौवन, मोटापा
🔹 बुढ़ापा – जीवन की अवस्था
🔹 क्रोध – मानसिक दशा
🔹 मिठास – स्वाद का गुण
🌿 स्वतंत्र भाववाचक संज्ञा:
जिन शब्दों में कोई प्रत्यय न जुड़ा हो —
जैसे: प्रेम, प्यार, भय, रोग, संसार, स्नेह
प्रत्यय जुड़ने पर:
प्रेम + ई = प्रेमी
संसार + ई = संसारी
प्यार + आ = प्यारा
⚙️ क्रियार्थक संज्ञा (Verb-Based Abstract Noun)
जब कोई क्रिया शब्द वाक्य में कर्ता बनकर प्रयुक्त हो, तब वह क्रियार्थक संज्ञा कहलाता है।
📝 उदाहरण:
घूमना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
पढ़ना एक अच्छा काम है।
📜 संज्ञा से जुड़े विशेष नियम (Important Rules Related to Sangya)
🔹 नियम 1:
यदि वाक्य की शुरुआत ओकारान्त (ों) शब्द से हो, तो वह जातिवाचक संज्ञा होता है।
उदाहरण:
हँसतों को मत रुलाओ।
रोतों को हँसाओ।
🔹 नियम 2:
जातिवाचक संज्ञा जब व्यक्ति विशेष को इंगित करे, तो वह व्यक्तिवाचक संज्ञा बन जाती है।
मूल जातिवाचक संज्ञा | प्रयोग में व्यक्तिवाचक संज्ञा |
नेताजी | नेताजी ने नारा दिया। |
सरदार | सरदार लौह पुरुष कहे गए। |
गांधी | गांधी अहिंसा के पुजारी थे। |
नियम 3:
व्यक्तिवाचक और भाववाचक संज्ञाएँ हमेशा एकवचन होती हैं। इन्हें बहुवचन बनाने पर वे जातिवाचक संज्ञा बन जाती हैं।
उदाहरण:
विभीषण → विभीषणों
प्रार्थना → प्रार्थनाएँ
नियम 4:
विशेषण शब्द जब आकारान्त हों, तो वे ओकारान्त होकर जातिवाचक संज्ञा बन जाते हैं।
उदाहरण:
छोटा → छोटों
बड़ा → बड़ों
नियम 5:
जब कोई व्यक्तिवाचक संज्ञा समान गुण को दर्शाए, तो वह जातिवाचक संज्ञा बन जाती है।
उदाहरण:
कश्मीर → प्रयागराज उत्तर प्रदेश का कश्मीर है।
कालिदास → भारत के शेक्सपीयर हैं।
सीता, सावित्री → सीता और सावित्री घर-घर में पाई जाती हैं।
🆔 संज्ञा की पहचान (Sangya Ki Pehchan)
संज्ञा वह शब्द है जिससे किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान, गुण, भावना या जाति का बोध होता है।
🔹 1. प्राणीवाचक संज्ञा
वह संज्ञा जिससे किसी सजीव वस्तु (जिसमें प्राण हो) का बोध होता है।
उदाहरण: 👦 लड़का, 🐄 गाय, 🧑 रमेश, 🐦 चिड़िया
🔹 2. अप्राणिवाचक संज्ञा
वह संज्ञा जिससे निर्जीव वस्तुओं का बोध हो।
उदाहरण: 🪑 मेज, 🚆 रेलगाड़ी, 🏠 मकान, 📚 पुस्तक, ⛰️ पर्वत
🔹 3. गणनीय संज्ञा
वह संज्ञा जिनकी गिनती की जा सकती है।
उदाहरण: 👦 लड़का, 📖 पुस्तक, 🏢 भवन, 🐄 गाय, 🍌 केले
🔹 4. अगणनीय संज्ञा
वह संज्ञा जिनकी गिनती नहीं की जा सकती है।
उदाहरण: 🥛 दूध, 💧 पानी, 🤝 मित्रता
💭 भाववाचक संज्ञा का निर्माण (Formation of Abstract Nouns)
भाववाचक संज्ञा संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया और अव्यय शब्दों से बनती है:
🧬 जातिवाचक संज्ञा से
युवा + अन = यौवन
पुरुष + त्व = पुरुषत्व
नारी + त्व = नारीत्व
🙋♂️ सर्वनाम से
अहं + कार = अहंकार
अपना + त्व = अपनत्व
मम + ता = ममता
📝 विशेषण से
मीठा + आस = मिठास
सुंदर + ता = सुंदरता
चतुर + इय = चातुर्य
🔧 क्रिया से
खोज + ना = खोज
रंग + ना = रंगत
सी + ना = सिलाई
🌀 अव्यय से
निकट = निकटता
शाबास = शाबाशी
समीप = सामीप्य
संज्ञा का पद परिचय (Sangya Ka Pad Parichay)
वाक्य: “राम ने रावण को बाण से मारा।”
राम – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्ताकारक
रावण – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, कर्मकारक
बाण – व्यक्तिवाचक संज्ञा, पुल्लिंग, एकवचन, करण कारक
लिंग (Gender)
लिंग वह श्रेणी है जिससे स्त्री और पुरुष में अंतर समझ आता है।
दो प्रकार के लिंग होते हैं:
👨 पुल्लिंग – लड़का, कवि, अभिनेता
👩 स्त्रीलिंग – लड़की, कवियत्री, अभिनेत्री
वचन (Number)
वचन से यह ज्ञात होता है कि संज्ञा एक है या अनेक।
एकवचन: 📖 पुस्तक, 🐄 गाय
बहुवचन: 📚 पुस्तकें, 🐄 गायें
उदाहरण:
बेटी स्कूल जाती है ➝ बेटियाँ स्कूल जाती हैं
मक्खी बैठी है ➝ मक्खियाँ बैठी हैं
कारक (Case)
कारक वह रूप है जो संज्ञा या सर्वनाम का संबंध क्रिया से जोड़ता है।
कारक | विभक्ति | उदाहरण | पहचान |
👤 कर्ता | ने | राम ने खाया | जो क्रिया करता है |
🎯 कर्म | को | मोहन को बुलाया | जिस पर क्रिया हो |
🛠️ करण | से | बाण से मारा | क्रिया का साधन |
🎁 संप्रदान | के लिए | माँ को फल दो | जिसके लिए क्रिया हो |
🧭 अपादान | से | छत से गिरा | अलगाव दर्शाए |
👪 संबंध | का/के/की | राम का बेटा | संबंध दर्शाए |
📍 अधिकरण | में/पर | मैदान में खेला | स्थान/समय |
🗣️ संबोधन | हे! | हे राम! सुनो | पुकार दर्शाए |
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs) — संज्ञा (Sangya)
संज्ञा किसे कहते हैं?
(Sangya Kise Kahate Hain?)
संज्ञा वह शब्द है जो किसी व्यक्ति (प्राणी), वस्तु, स्थान या भाव आदि का नाम दर्शाता है।
उदाहरण: श्याम, दिल्ली, आम, मिठास, गाय आदि।
👤 व्यक्तिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
(Vyakti Vachak Sangya Kise Kahate Hain?)
वह संज्ञा जो किसी एक विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु का नाम दर्शाए, व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाती है।
उदाहरण: संध्या, सुरेश, गीता, दिल्ली, गंगा।
जातिवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
(Jati Vachak Sangya Kise Kahate Hain?)
जिस संज्ञा से एक जाति या वर्ग के सभी प्राणियों या वस्तुओं का बोध हो, वह जातिवाचक संज्ञा कहलाती है।
उदाहरण: बच्चा, अध्यापक, नदी, बाजार।
भाववाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
(Bhav Vachak Sangya Kise Kahate Hain?)
जो शब्द किसी भाव, गुण, अवस्था या दशा को दर्शाए वह भाववाचक संज्ञा कहलाता है।
उदाहरण: क्रोध, प्रेम, जवानी, आश्चर्य।
स्वतंत्र भाववाचक संज्ञा शब्द किसे कहते हैं?
(Swatantra Bhav Vachak Sangya Kya Hai?)
जो भाववाचक संज्ञा बिना किसी प्रत्यय (suffix) के बनी हो, वह स्वतंत्र भाववाचक संज्ञा कहलाती है।
उदाहरण: सुख, दुःख, स्नेह, भय, प्यार।
समूहवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
(Samuh Vachak Sangya Kise Kahate Hain?)
जो संज्ञा किसी समूह या समुदाय को दर्शाती है, वह समूहवाचक संज्ञा कहलाती है।
उदाहरण: परिवार, कक्षा, भीड़, सभा, सेना।
द्रव्यवाचक संज्ञा किसे कहते हैं?
(Dravya Vachak Sangya Kise Kahate Hain?)
जो संज्ञा किसी द्रव्य, तरल, धातु या पदार्थ को दर्शाती है, वह द्रव्यवाचक संज्ञा कहलाती है।
उदाहरण: पानी, तेल, सोना, लोहा, घी।
- “गाय” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. भाववाचक संज्ञा
B. व्यक्तिवाचक संज्ञा
C. जातिवाचक संज्ञा
D. समूहवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: C. जातिवाचक संज्ञा
- “प्रेम” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. व्यक्तिवाचक संज्ञा
B. भाववाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. समूहवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: B. भाववाचक संज्ञा - “मोहन” कौन-सी संज्ञा का उदाहरण है?
A. जातिवाचक संज्ञा
B. भाववाचक संज्ञा
C. व्यक्तिवाचक संज्ञा
D. द्रव्यवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: C. व्यक्तिवाचक संज्ञा - “जल” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. व्यक्तिवाचक संज्ञा
B. भाववाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. समूहवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: C. द्रव्यवाचक संज्ञा
- “परिवार” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. व्यक्तिवाचक संज्ञा
B. समूहवाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. जातिवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: B. समूहवाचक संज्ञा - “सुंदरता” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. भाववाचक संज्ञा
B. जातिवाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. व्यक्तिवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: A. भाववाचक संज्ञा - “कक्षा” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. समूहवाचक संज्ञा
B. व्यक्तिवाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. भाववाचक संज्ञा
✅ उत्तर: A. समूहवाचक संज्ञा - “घी” किस प्रकार की संज्ञा है?
A. भाववाचक संज्ञा
B. जातिवाचक संज्ञा
C. द्रव्यवाचक संज्ञा
D. व्यक्तिवाचक संज्ञा
✅ उत्तर: C. द्रव्यवाचक संज्ञा
“वर्ण – परिभाषा, भेद और उदाहरण | हिंदी व्याकरण में वर्ण विचार”
वर्णों का उच्चारण स्थान (Barno ka Ucharan Sthan)
“शब्द क्या है? शब्द के भेद और उदाहरण – सरल हिंदी व्याख्या” (Shabd Vichar)