वाक्य – परिभाषा, भेद, उदाहरण सहित सम्पूर्ण व्याख्या | Hindi Grammar

✍वाक्य (Vakya) की परिभाषा (Definition of Sentence in Hindi)
📚 वाक्य (Vakya) वह शब्दों का ऐसा क्रमबद्ध और सार्थक समूह होता है जिससे हम अपने विचारों, भावनाओं या जानकारियों को स्पष्ट रूप से दूसरों तक पहुँचा पाते हैं। मनुष्य आपस में संवाद करने के लिए वाक्यों का उपयोग करता है। एक सामान्य वाक्य में मुख्य रूप से कर्ता (subject), कर्म (object) और क्रिया (verb) होती है। वाक्य को दो मुख्य भागों में बाँटा गया है – उद्देश्य (Subject) और विधेय (Predicate)।
📘 हिन्दी व्याकरण में ‘वाक्य’ एक अत्यंत महत्वपूर्ण इकाई है। यह शब्दों का वह क्रमबद्ध और सार्थक समूह होता है जिससे मनुष्य अपने विचार, भावनाएँ, आदेश, सूचना या कोई भी संदेश दूसरों तक स्पष्ट रूप से पहुँचा सकता है। यदि किसी शब्द समूह से कोई पूर्ण अर्थ प्रकट नहीं होता तो उसे वाक्य नहीं माना जाता। उदाहरण के लिए – “सत्य की विजय होती है।” यह एक पूर्ण वाक्य है क्योंकि इससे स्पष्ट अर्थ प्रकट होता है, लेकिन यदि हम कहें “सत्य विजय होती”, तो यह अधूरा और अस्पष्ट प्रतीत होता है, अतः यह वाक्य नहीं कहा जाएगा। सामान्यतः एक वाक्य में कर्ता, कर्म और क्रिया का समुचित क्रम होता है। कर्ता वह होता है जो कार्य करता है, कर्म जिस पर कार्य किया जाता है और क्रिया वह कार्य है जो संपन्न होता है। वाक्य को दो मुख्य भागों में बाँटा गया है – उद्देश्य (Subject), जो मुख्य जानकारी देता है; और विधेय (Predicate), जो उस उद्देश्य के बारे में कुछ बताता है। जैसे – “सीता पुस्तक पढ़ रही है।” इसमें ‘सीता’ उद्देश्य है और ‘पुस्तक पढ़ रही है’ विधेय है। वाक्य का उपयोग न केवल लिखित भाषा में, बल्कि मौखिक संवाद में भी विचारों को क्रमबद्ध और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है।
📎 हिन्दी भाषा में वाक्य की स्पष्टता और संप्रेषणीयता तभी संभव होती है जब उसमें प्रयुक्त शब्दों का क्रम सही हो और उसका व्याकरणिक ढांचा संतुलित हो। यही कारण है कि वाक्य रचना का अध्ययन करना अत्यंत आवश्यक होता है, विशेषकर भाषा-शिक्षण और परीक्षा की दृष्टि से। प्रत्येक वाक्य का उद्देश्य कुछ न कुछ स्पष्ट रूप से कहना होता है – चाहे वह सूचना देना हो, प्रश्न करना हो, आज्ञा देना हो या भावना प्रकट करना। इसलिए वाक्य को समझने के लिए उसके प्रयुक्त पदों और उनके परस्पर संबंधों को समझना भी आवश्यक है। यही कारण है कि वाक्य की परिभाषा और उसके विभिन्न रूपों को समझना हिन्दी व्याकरण का आधार स्तम्भ माना जाता है।
🧩 वाक्य (Vakya) के समान दिखने वाले कुछ शब्द समूह ऐसे भी होते हैं जो पूरा अर्थ नहीं देते। इन्हें वाक्यांश कहा जाता है। वाक्यांश शब्दों का ऐसा समूह होता है जिसका कुछ न कुछ अर्थ तो निकलता है, पर वह संपूर्ण विचार नहीं दर्शाता। उदाहरण के लिए – “वृक्ष के नीचे”, “दरवाजे पर”, “कोने में” आदि। ये समूह अपने आप में अधूरे होते हैं और तभी पूर्ण बनते हैं जब किसी मुख्य वाक्य से जुड़ते हैं। इनका प्रयोग वाक्य में विस्तार या विशिष्टता लाने के लिए किया जाता है, पर ये अकेले वाक्य नहीं कहलाते।🧩 वाक्यांश की परिभाषा (Definition of Phrase in Hindi)
📌 जब शब्दों का कोई समूह अर्थ तो देता हो, परंतु वह पूरा वाक्य न बने, तब उसे वाक्यांश कहा जाता है। वाक्यांश वाक्य का ही एक हिस्सा होता है, लेकिन वह स्वयं एक पूर्ण वाक्य नहीं होता।
🧾 उदाहरण के लिए –
🪟 “दरवाजे पर”
📦 “कोने में”
🌳 “वृक्ष के नीचे”
इन सभी उदाहरणों से कुछ न कुछ अर्थ तो निकलता है, पर ये पूरा-पूरा विचार नहीं व्यक्त करते, इसलिए इन्हें वाक्य नहीं बल्कि वाक्यांश कहा जाएगा।
💬 उदाहरण के लिए –
“राम आम खाता है।”
यहाँ ‘राम’ कर्ता है, ‘आम’ कर्म है और ‘खाता है’ क्रिया है। यह वाक्य पूर्ण अर्थ देता है।
🧠 दूसरे शब्दों में,
दो या दो से अधिक पदों का ऐसा सार्थक समूह, जिससे कोई पूरा-पूरा अर्थ निकलता हो, उसे वाक्य कहते हैं।
उदाहरणस्वरूप –
“सत्य की विजय होती है।” यह एक सम्पूर्ण वाक्य है क्योंकि इसका स्पष्ट अर्थ निकलता है।
लेकिन अगर कहा जाए –
“सत्य विजय होती,” तो यह अधूरा है और अर्थ स्पष्ट नहीं होता, इसलिए यह वाक्य नहीं कहलाता।
कर्ता और क्रिया के आधार पर वाक्य के भेद – उद्देश्य और विधेय की विस्तृत व्याख्या
📚 हिन्दी व्याकरण में जब वाक्य की संरचना की बात की जाती है, तो उसमें मुख्य रूप से दो आधार माने जाते हैं –
- कर्ता (Subject)
- क्रिया (Verb)
इन्हीं दोनों के आधार पर वाक्य को दो भागों में विभाजित किया जाता है – उद्देश्य (Subject) और विधेय (Predicate)। यह विभाजन वाक्य की समझ को सरल और स्पष्ट बनाने में अत्यंत सहायक होता है। वाक्य का वह भाग जिसके बारे में कुछ कहा जा रहा हो, उद्देश्य कहलाता है, और वाक्य का वह भाग जिसमें उस उद्देश्य के विषय में कोई सूचना, क्रिया या स्थिति बताई जाती हो, उसे विधेय कहा जाता है।
🧑🏫 उदाहरणस्वरूप यदि हम वाक्य लें – “मोहन प्रयाग में रहता है।”
यहाँ ‘मोहन’ वह व्यक्ति है जिसके बारे में वाक्य में बात की जा रही है, अतः यह उद्देश्य है। दूसरी ओर, ‘प्रयाग में रहता है’ उस उद्देश्य के बारे में दी गई सूचना है, यानी वह बात जो ‘मोहन’ से संबंधित है, अतः यह विधेय है। इस तरह, उद्देश्य वाक्य का मुख्य विषय होता है जबकि विधेय उस विषय से संबंधित जानकारी प्रस्तुत करता है।
📝 उद्देश्य प्रायः संज्ञा या सर्वनाम होता है, जैसे – राम, बच्चा, वह, मैं, तुम आदि। यह वाक्य की शुरुआत में आता है और पाठक या श्रोता को यह स्पष्ट करता है कि वाक्य में किस विषय या व्यक्ति के बारे में चर्चा की जा रही है। दूसरी ओर, विधेय में प्रायः क्रिया (verb) होती है जो उस उद्देश्य के बारे में कोई क्रिया, गुण, स्थिति या पहचान स्पष्ट करती है।
🌟 इस प्रकार उद्देश्य और विधेय का समन्वय ही एक वाक्य को सार्थक और पूर्ण बनाता है। यदि केवल उद्देश्य हो और विधेय न हो तो वाक्य अधूरा रह जाएगा। जैसे – “राम…” यह अधूरा वाक्य है क्योंकि इससे यह स्पष्ट नहीं होता कि राम क्या कर रहा है या कहाँ है। वहीं यदि केवल “पढ़ाई कर रहा है” कहा जाए, तब भी यह अधूरा है क्योंकि यह नहीं बताया गया कि कौन पढ़ाई कर रहा है। लेकिन जैसे ही हम कहते हैं – “राम पढ़ाई कर रहा है,” वाक्य पूर्ण हो जाता है, क्योंकि अब उद्देश्य और विधेय दोनों का समन्वय है।
🔍 इस विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि कर्ता और क्रिया के आधार पर वाक्य का विभाजन केवल व्याकरणिक अध्ययन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भाषा के प्रयोग और समझ में भी अत्यंत आवश्यक है। उद्देश्य और विधेय को पहचानना विशेष रूप से छात्रों, शिक्षकों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
📘 कर्ता और क्रिया के आधार पर वाक्य के भेद
हिन्दी व्याकरण में वाक्य को समझने के लिए कर्ता (Subject) और क्रिया (Verb) का विशेष महत्व होता है। वाक्य के निर्माण में कर्ता वह होता है जो कार्य करता है या जिसके बारे में कुछ कहा जा रहा होता है, जबकि क्रिया उस कार्य, अवस्था या स्थिति को प्रकट करती है जो कर्ता के साथ जुड़ी होती है। इसी आधार पर वाक्य को दो भागों में विभाजित किया जाता है – उद्देश्य और विधेय। उद्देश्य वह भाग है जिससे यह पता चलता है कि वाक्य किसके बारे में है, जबकि विधेय वह भाग है जो उस उद्देश्य के बारे में जानकारी देता है। उदाहरण के लिए – “मोहन प्रयाग में रहता है।” इसमें ‘मोहन’ उद्देश्य है और ‘प्रयाग में रहता है’ विधेय है। इस प्रकार, उद्देश्य और विधेय के आधार पर वाक्य की संरचना को स्पष्ट रूप से पहचाना जा सकता है, जिससे भाषा का अर्थ भी स्पष्ट रूप में उभरकर सामने आता है।
🧠 अर्थ के आधार पर वाक्य के भेद (8 प्रकार)
अर्थ के आधार पर हिन्दी में वाक्य को आठ प्रमुख श्रेणियों में बाँटा गया है। ये भेद वाक्य के भाव, प्रयोग, और उद्देश्य के अनुसार होते हैं। आइए इन सभी वाक्य प्रकारों को विस्तार से समझें:
1️⃣ विधानवाचक वाक्य (Declarative/Assertive Sentence)
📢 ऐसे वाक्य जो किसी जानकारी, तथ्य, या सामान्य कथन को स्पष्ट करते हैं, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहा जाता है।
📝 उदाहरण:
भारत एक देश है।
राम के पिता का नाम दशरथ है।
दशरथ अयोध्या के राजा हैं।
2️⃣ निषेधवाचक वाक्य (Negative Sentence)
🚫 जिन वाक्यों में किसी बात का इंकार, रोक, या नकारात्मक भाव व्यक्त हो, वे निषेधवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📝 उदाहरण:
मैं स्कूल नहीं गया।
वह झूठ नहीं बोलता।
3️⃣ प्रश्नवाचक वाक्य (Interrogative Sentence)
❓ जिन वाक्यों के माध्यम से प्रश्न पूछा जाता है या किसी जानकारी की जिज्ञासा व्यक्त होती है, वे प्रश्नवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📝 उदाहरण:
क्या तुम मेरे साथ चलोगे?
तुम्हारा नाम क्या है?
4️⃣ विस्मयादिबोधक वाक्य (Exclamatory Sentence)
😲 जिन वाक्यों में आश्चर्य, हर्ष, दुख, भय या क्रोध जैसे भाव प्रकट हों, उन्हें विस्मयादिबोधक वाक्य कहते हैं।
📝 उदाहरण:
वाह! तुमने कमाल कर दिया!
अरे! वह गिर गया।
5️⃣ आज्ञावाचक वाक्य (Imperative Sentence)
🗣️ जिन वाक्यों में आदेश, निवेदन, परामर्श या निर्देश दिया जाता है, वे आज्ञावाचक वाक्य कहलाते हैं।
📝 उदाहरण:
कृपया बैठ जाइए।
दरवाज़ा बंद करो।
6️⃣ इच्छावाचक वाक्य (Optative Sentence)
🙏 जिन वाक्यों में प्रार्थना, कामना या इच्छा प्रकट हो, उन्हें इच्छावाचक वाक्य कहते हैं।
📝 उदाहरण:
भगवान तुम्हें लंबी उम्र दे।
काश! मैं भी डॉक्टर बन जाता।
7️⃣ संकेतवाचक वाक्य (Indicative Sentence)
👈 जिन वाक्यों में किसी स्थान, व्यक्ति या वस्तु की ओर संकेत किया जाता है, वे संकेतवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📝 उदाहरण:
वह देखो, गाड़ी आ रही है।
यह किताब मेरी है।
8️⃣ संदेहवाचक वाक्य (Dubitative Sentence)
🤔 जिन वाक्यों में संदेह या अनिश्चितता प्रकट होती है, वे संदेहवाचक वाक्य कहलाते हैं।
📝 उदाहरण:
शायद वह घर पर न हो।
मुझे नहीं पता वह आएगा या नहीं।
🧱 रचना के आधार पर वाक्य के भेद – विस्तृत व्याख्या और उदाहरण
📘 हिन्दी व्याकरण में वाक्य की रचना (Structure) के आधार पर वाक्य को तीन मुख्य भागों में विभाजित किया गया है – सरल वाक्य (Simple Sentence), संयुक्त वाक्य (Compound Sentence) और मिश्र वाक्य (Complex Sentence)। यह वर्गीकरण इस बात पर निर्भर करता है कि वाक्य में कितने उपवाक्य हैं, कितनी क्रियाएँ प्रयुक्त हुई हैं, और उनका आपस में किस प्रकार का संबंध है। रचना आधारित यह भेद भाषा को क्रमबद्ध, सुसंगठित और अर्थपूर्ण ढंग से अभिव्यक्त करने में सहायक होता है।
1️⃣ सरल वाक्य / साधारण वाक्य (Simple Sentence)
🌿 सरल वाक्य वह होता है जिसमें केवल एक ही क्रिया होती है और पूरा वाक्य एक ही विधेय पर आधारित होता है। सरल वाक्य सामान्यतः संक्षिप्त, स्पष्ट और एक विषय पर केंद्रित होते हैं। इनमें केवल एक उपवाक्य होता है और वाक्य की रचना सीधी और स्पष्ट होती है। इस प्रकार के वाक्य भाषा के प्रारंभिक शिक्षण, बच्चों की शिक्षा और बुनियादी संवाद के लिए अत्यंत उपयुक्त होते हैं।
🧑🏫 उदाहरणस्वरूप यदि हम कहें –
✏️ “मुकेश पढ़ता है।”
यह वाक्य एक ही व्यक्ति (मुकेश) के विषय में है, और केवल एक क्रिया (पढ़ता है) का प्रयोग हुआ है।
✏️ “राकेश ने भोजन किया।”
इस वाक्य में भी केवल एक ही कार्य (भोजन करना) दर्शाया गया है और एक ही विधेय है, इसलिए यह भी सरल वाक्य है।
🔍 सरल वाक्यों में कोई संयोजन (जैसे – और, या, लेकिन) नहीं होता और न ही कोई आश्रित उपवाक्य होता है। इनका प्रयोग तब किया जाता है जब वक्ता या लेखक किसी एक बात को सीधे और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करना चाहता है।
📎 सरल वाक्य में प्रयुक्त क्रिया वाक्य का केंद्र बिंदु होती है और उसका उद्देश्य एक ही विचार या तथ्य को सूचित करना होता है। ये वाक्य सामान्यतः संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया और कभी-कभी विशेषणों से मिलकर बनते हैं। सरल वाक्य भाषा की मूलभूत संरचना को मजबूत करते हैं और बोलचाल की भाषा में सबसे अधिक प्रयोग किए जाते हैं।
🔗 संयुक्त वाक्य – परिभाषा, भेद और उदाहरण सहित व्याख्या
📘 संयुक्त वाक्य वे वाक्य होते हैं जिनमें दो या दो से अधिक सरल वाक्य आपस में इस प्रकार जुड़े होते हैं कि वे समान स्तर (समानाधिकरण) पर हों और समुच्चय बोधक अव्ययों जैसे – और, पर, किन्तु, या, इसलिए, तो आदि से जुड़े होते हैं। प्रत्येक उपवाक्य अपने आप में स्वतंत्र और पूर्ण अर्थ वाला होता है, परंतु जब उन्हें एक साथ जोड़ा जाता है तो वे एक संयुक्त वाक्य का निर्माण करते हैं। यह रचना भाषा में स्पष्टता, गति और संतुलन लाती है। संयुक्त वाक्य मुख्यतः चार प्रकार के होते हैं:
1️⃣ संयोजक संयुक्त वाक्य (Coordinative)
🧩 जब दो सरल या मिश्र वाक्य संयोजक अव्ययों जैसे “और”, “तथा”, “भी”, “तो” आदि से जुड़ते हैं, और दोनों उपवाक्य एक ही उद्देश्य या क्रम को प्रकट करते हैं, तो वह संयोजक संयुक्त वाक्य कहलाता है।
📝 उदाहरण:
“गीता गई और सीता आई।”
यहाँ ‘गीता गई’ और ‘सीता आई’ दो स्वतंत्र वाक्य हैं, जो ‘और’ संयोजक से जुड़े हैं, इसलिए यह संयोजक संयुक्त वाक्य है।
2️⃣ विभाजक संयुक्त वाक्य (Adversative)
⚔️ जब दो उपवाक्यों के बीच भेद, विरोध या विपरीत भाव हो और वे “पर”, “किन्तु”, “लेकिन”, “हालाँकि”, “फिर भी” जैसे अव्ययों से जुड़े हों, तो वह वाक्य विभाजक संयुक्त वाक्य कहलाता है।
📝 उदाहरण:
“वह मेहनत तो बहुत करता है, पर फल नहीं मिलता।”
यहाँ मेहनत करना और फल न मिलना — दो विरोधी स्थितियाँ हैं, जो ‘पर’ से जुड़ी हैं।
3️⃣ विकल्पसूचक संयुक्त वाक्य (Alternative)
🔀 जब वाक्य में दो में से किसी एक को स्वीकार करने या चयन करने की स्थिति हो और वे “या”, “अथवा”, “नहीं तो” जैसे अव्ययों से जुड़े हों, तो वह विकल्पसूचक संयुक्त वाक्य कहलाता है।
📝 उदाहरण:
“या तो उसे मैं अखाड़े में पछाड़ूँगा या अखाड़े में उतरना ही छोड़ दूँगा।”
यहाँ दोनों उपवाक्य विकल्प की स्थिति दर्शाते हैं।
4️⃣ परिणामबोधक संयुक्त वाक्य (Resultative)
🔚 जब एक उपवाक्य किसी कार्य का कारण या परिणाम प्रकट करता हो, और वह दूसरे वाक्य से “इसलिए”, “अतः”, “इस कारण”, “फलस्वरूप” आदि से जुड़ा हो, तो वह परिणामबोधक संयुक्त वाक्य कहलाता है।
📝 उदाहरण:
“आज मुझे बहुत काम है, इसलिए मैं तुम्हारे पास नहीं आ सकूँगा।”
यहाँ ‘काम होना’ कारण है और ‘न आ सकना’ परिणाम।
🧠 मिश्रित वाक्य / मिश्र वाक्य – परिभाषा, भेद और उदाहरण
📘 मिश्र वाक्य वे वाक्य होते हैं जिनमें एक मुख्य (प्रधान) उपवाक्य होता है और उसके साथ एक या एक से अधिक आश्रित उपवाक्य (Subordinate Clauses) जुड़े होते हैं। ये आश्रित वाक्य स्वयं पूर्ण अर्थ नहीं देते, बल्कि मुख्य वाक्य पर आश्रित रहते हैं और उसका स्पष्टिकरण, समर्थन या विस्तार करते हैं। ऐसे वाक्य प्रायः समुच्चयबोधक अव्ययों जैसे – यदि, क्योंकि, जब, कि, जैसे, ज्यों ही, जब तक आदि से जुड़ते हैं। मिश्र वाक्य हिन्दी भाषा को अधिक विविधतापूर्ण, गूढ़ और व्याख्यात्मक बनाने में सहायक होते हैं।
🧩 उदाहरणस्वरूप –
✏️ “ज्यों ही उसने दवा पी, वह सो गया।”
✏️ “यदि परिश्रम करोगे, तो उत्तीर्ण हो जाओगे।”
✏️ “मैं जानता हूँ कि तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते।”
इन सभी वाक्यों में एक मुख्य उपवाक्य है (जैसे “मैं जानता हूँ”) और एक आश्रित उपवाक्य (जैसे “कि तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते”)। आश्रित वाक्य मुख्य वाक्य को अर्थ में पूरक बनाता है।
🔎 मिश्र वाक्यों के अंदर प्रयुक्त आश्रित वाक्य तीन प्रमुख प्रकार के होते हैं:
1️⃣ संज्ञा उपवाक्य (Noun Clause)
🔤 जब आश्रित उपवाक्य किसी संज्ञा या सर्वनाम के स्थान पर आता है और वाक्य में उसका प्रयोग एक संज्ञा की तरह होता है, तब उसे संज्ञा उपवाक्य कहते हैं। ये उपवाक्य वाक्य में कर्तृवाचक, कर्मवाचक या अन्य संज्ञा पद की तरह कार्य करते हैं।
📝 उदाहरण:
“वह चाहता है कि मैं यहाँ कभी न आऊँ।”
यहाँ “कि मैं यहाँ कभी न आऊँ” एक संज्ञा उपवाक्य है क्योंकि यह ‘चाहता है’ क्रिया का कर्म है, और संज्ञा की तरह प्रयुक्त हुआ है।
2️⃣ विशेषण उपवाक्य (Adjective Clause)
🧾 जब आश्रित उपवाक्य, मुख्य वाक्य में प्रयुक्त किसी संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, तब उसे विशेषण उपवाक्य कहा जाता है। यह उपवाक्य मूल रूप से विशेषण की भूमिका निभाता है।
📝 उदाहरण:
“जो घड़ी मेज पर रखी है, वह मुझे पुरस्कारस्वरूप मिली है।”
यहाँ “जो घड़ी मेज पर रखी है” वाक्यांश ‘घड़ी’ संज्ञा की विशेषता बता रहा है, अतः यह एक विशेषण उपवाक्य है।
3️⃣ क्रिया-विशेषण उपवाक्य (Adverb Clause)
⏱️ जब आश्रित उपवाक्य मुख्य उपवाक्य की क्रिया की विशेषता बताता है – जैसे समय, कारण, शर्त, विधि आदि – तब उसे क्रिया-विशेषण उपवाक्य कहा जाता है। यह उपवाक्य क्रिया के साथ कब, क्यों, कैसे, कितनी देर तक जैसे प्रश्नों का उत्तर देता है।
📝 उदाहरण:
“जब वह मेरे पास आया, तब मैं सो रहा था।”
यहाँ “जब वह मेरे पास आया” यह बताता है कि मुख्य क्रिया ‘सो रहा था’ कब हुई। अतः यह एक क्रिया-विशेषण उपवाक्य है।
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वाक्य के कितने मुख्य अंग होते हैं?
➤ उत्तर: दो – उद्देश्य और विधेय
‘राम स्कूल गया।’ वाक्य में उद्देश्य क्या है?
➤ उत्तर: राम
‘राम स्कूल गया।’ में विधेय क्या है?
➤ उत्तर: स्कूल गया
‘क्या तुमने खाना खाया?’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: प्रश्नवाचक वाक्य
‘मैं स्कूल नहीं जाऊँगा।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: निषेधवाचक वाक्य
‘वाह! क्या सुंदर दृश्य है!’ यह वाक्य किस प्रकार का है?
➤ उत्तर: विस्मयादिबोधक वाक्य
‘राम पढ़ता है और श्याम खेलता है।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य
‘जब मैं पहुँचा, तब वह जा चुका था।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘काश! मैं वहाँ होता।’ यह वाक्य किस प्रकार का है?
➤ उत्तर: इच्छावाचक वाक्य
‘तुम सच बोलो।’ यह वाक्य किस प्रकार का है?
➤ उत्तर: आज्ञावाचक वाक्य
‘मैंने कहा कि वह ईमानदार है।’ में ‘कि वह ईमानदार है’ क्या है?
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘जो बच्चा रो रहा है वह मेरा भाई है।’ में उपवाक्य का प्रकार क्या है?
➤ उत्तर: विशेषण उपवाक्य
‘जब वह आया, तब मैं सो रहा था।’ में उपवाक्य का प्रकार क्या है?
➤ उत्तर: क्रिया-विशेषण उपवाक्य
‘भारत एक देश है।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: विधानवाचक वाक्य
‘या तो वह बोलेगा या मैं।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: विकल्पसूचक वाक्य
‘मैं पढ़ता हूँ क्योंकि मुझे ज्ञान चाहिए।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘तुम्हारा नाम क्या है?’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: प्रश्नवाचक वाक्य
‘कृपया बैठ जाइए।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: प्रार्थनावाचक वाक्य
‘राम ईमानदार नहीं है।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: निषेधवाचक वाक्य
‘यदि तुम पढ़ोगे तो सफल होगे।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘राम और श्याम जा रहे हैं।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य
सरल वाक्य की एक विशेषता क्या है?
➤ उत्तर: एक ही विधेय होता है
‘कि वह पास हो गया।’ यह उपवाक्य क्या है?
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘जो घोड़ा दौड़ रहा है वह मेरा है।’ यह उपवाक्य है –
➤ उत्तर: विशेषण उपवाक्य
‘जब मैं पहुँचा, तब वह जा चुका था।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: क्रिया-विशेषण उपवाक्य
समुच्चयबोधक से जुड़े वाक्य क्या कहलाते हैं?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य
‘मैं जानता हूँ कि वह आ रहा है।’ में कौन-सा उपवाक्य है?
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘क्योंकि वह बीमार था, वह स्कूल नहीं गया।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘हालाँकि वह समझदार है, फिर भी गलती करता है।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य (विभाजक)
‘जो ईमानदार है, वही सफल होता है।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: विशेषण उपवाक्य
‘राम सो रहा है।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: सरल वाक्य
‘तुम समय पर पहुँचे होते तो परीक्षा देते।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘मैं खुश हूँ कि तुम पास हो गए।’ यह उपवाक्य है –
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘मेज पर पुस्तक रखी है।’ यह वाक्य है –
➤ उत्तर: सरल वाक्य
‘राम पढ़ता है लेकिन श्याम नहीं।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य
‘अगर वह आता, तो परीक्षा देता।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘तुम झूठ मत बोलो।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: निषेधवाचक वाक्य
‘वह पढ़ता है और खेलता भी है।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य
‘वह मेहनत करता है पर सफल नहीं होता।’ यह कैसा वाक्य है?
➤ उत्तर: संयुक्त वाक्य (विभाजक)
‘जो फल मीठा है वह आम है।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: विशेषण उपवाक्य
‘मुझे यह पसंद है कि तुम ईमानदार हो।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘मैं तब पहुँचा जब स्कूल बंद हो गया था।’ यह उपवाक्य है –
➤ उत्तर: क्रिया-विशेषण उपवाक्य
‘क्या यह तुम्हारी किताब है?’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: प्रश्नवाचक वाक्य
‘तुम खुश रहो।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: इच्छावाचक वाक्य
‘जैसे ही वह आया, मैं गया।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: मिश्र वाक्य
‘तुम काम करो या मत करो।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: विकल्पसूचक वाक्य
‘वह घर पर नहीं था।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: निषेधवाचक वाक्य
‘यह वही छात्र है जो अव्वल आता है।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: विशेषण उपवाक्य
‘मैं जानता हूँ कि वह ईमानदार है।’ उपवाक्य है –
➤ उत्तर: संज्ञा उपवाक्य
‘अब परीक्षा समाप्त हो चुकी थी।’ यह वाक्य कैसा है?
➤ उत्तर: सरल वाक्य
📘 वाक्य पर आधारित 50 MCQs (बहुविकल्पीय प्रश्न)
वाक्य के दो मुख्य अंग कौन-से होते हैं?
a) विशेषण – विशेष्य
b) उद्देश्य – विधेय
c) कर्ता – कर्म
d) संज्ञा – सर्वनाम
‘राम स्कूल गया।’ इस वाक्य में ‘राम’ क्या है?
a) विधेय
b) कर्म
c) उद्देश्य
d) क्रिया
‘क्या तुम पढ़ाई कर रहे हो?’ यह वाक्य है –
a) आज्ञावाचक
b) प्रश्नवाचक
c) निषेधवाचक
d) विधानवाचक
‘वह ईमानदार नहीं है।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
a) निषेधवाचक
b) विधानवाचक
c) आदेशवाचक
d) विकल्पसूचक
‘अरे! वह गिर गया!’ किस प्रकार का वाक्य है?
a) प्रश्नवाचक
b) विस्मयादिबोधक
c) आदेशवाचक
d) संदेहवाचक
‘मोहन पढ़ता है और रवि खेलता है।’ किस प्रकार का वाक्य है?
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) क्रिया-विशेषण
‘जब वह घर आया, मैं खाना खा रहा था।’ वाक्य का प्रकार क्या है?
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) विकल्पसूचक
‘काश! मैं भी डॉक्टर बन पाता।’ यह वाक्य है –
a) इच्छावाचक
b) विस्मयादिबोधक
c) निषेधवाचक
d) आज्ञावाचक
‘तुम मुझे माफ कर दो।’ यह वाक्य कैसा है?
a) आदेशवाचक
b) प्रार्थनावाचक
c) विधानवाचक
d) संदेहवाचक
‘मैंने कहा कि वह ईमानदार है।’ में ‘कि वह ईमानदार है’ क्या है?
a) संज्ञा उपवाक्य
b) विशेषण उपवाक्य
c) क्रिया-विशेषण उपवाक्य
d) संयोजक
‘यह वही पुस्तक है जो तुमने दी थी।’ में कौन-सा उपवाक्य है?
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) विभाजक
‘जब वह आया, मैं बाहर था।’ में कौन-सा उपवाक्य है?
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) संयुक्त
‘जो बच्चा रो रहा है वह मेरा भाई है।’ उपवाक्य प्रकार है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) विकल्पसूचक
संयुक्त वाक्य की विशेषता क्या है?
a) केवल एक क्रिया
b) एक उपवाक्य
c) एक प्रधान, एक आश्रित
d) दो स्वतंत्र उपवाक्य
विकल्पसूचक वाक्य का उदाहरण है –
a) वह आएगा और मैं जाऊँगा।
b) वह आए या मैं जाऊँ।
c) वह ईमानदार नहीं है।
d) वह मेहनत करता है पर सफल नहीं होता।
‘तुम्हारा नाम क्या है?’ यह वाक्य कैसा है?
a) प्रश्नवाचक
b) आदेशवाचक
c) निषेधवाचक
d) विधानवाचक
वाक्य में प्रयुक्त ‘और’ शब्द क्या दर्शाता है?
a) विभाजन
b) समुच्चय
c) विरोध
d) विकल्प
‘यदि तुम प्रयास करोगे, तो सफल होगे।’ यह वाक्य है –
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) निषेध
‘मैंने सपना देखा कि वह लौट आया।’ में ‘कि वह लौट आया’ है –
a) मुख्य वाक्य
b) क्रिया
c) आश्रित उपवाक्य
d) विशेषण
‘वह ईमानदार है।’ — यह वाक्य है –
a) प्रश्नवाचक
b) आदेशवाचक
c) विधानवाचक
d) विकल्पसूचक
‘जो पुस्तक मेज़ पर रखी है वह मेरी है।’ में उपवाक्य है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) आज्ञा
मिश्र वाक्य में कौन-सा उपवाक्य नहीं होता?
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) संयोजक
‘राम और श्याम स्कूल गए।’ यह वाक्य कैसा है?
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) विशेषण
‘वह कक्षा में नहीं आया।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
a) निषेधवाचक
b) आदेशवाचक
c) इच्छावाचक
d) संयुक्त
वाक्य का सबसे छोटा रूप क्या हो सकता है?
a) केवल संज्ञा
b) केवल क्रिया
c) कर्ता + क्रिया
d) विशेषण + क्रिया
‘मैं जानता हूँ कि तुम अच्छे हो।’ में उपवाक्य है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) संयुक्त
‘राम सो रहा है।’ यह कैसा वाक्य है?
a) मिश्र
b) संयुक्त
c) सरल
d) विकल्पसूचक
‘वह बोलेगा लेकिन मैं चुप रहूँगा।’ यह किस प्रकार का वाक्य है?
a) परिणामबोधक
b) विभाजक संयुक्त
c) क्रिया-विशेषण
d) आज्ञावाचक
‘जब परीक्षा शुरू हुई, तब मैं पहुँचा।’ यह वाक्य कैसा है?
a) मिश्र
b) संयुक्त
c) सरल
d) आदेश
‘वह पढ़ता है क्योंकि उसे ज्ञान चाहिए।’ में कौन-सा अव्यय है?
a) जब
b) क्योंकि
c) कि
d) यदि
‘इसलिए’, ‘अतः’, ‘फलस्वरूप’ जैसे शब्द किस प्रकार के वाक्य में प्रयोग होते हैं?
a) विकल्पसूचक वाक्य
b) परिणामबोधक वाक्य
c) निषेधवाचक वाक्य
d) प्रश्नवाचक वाक्य
‘यदि वह समय पर आता, तो परीक्षा देता।’ यह वाक्य है –
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) क्रिया-विशेषण
‘जो भी कहेगा, वह दंडित होगा।’ में उपवाक्य है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) संयुक्त
“मैं जानता हूँ कि वह पढ़ रहा है।” में ‘कि वह पढ़ रहा है’ क्या है?
a) विशेषण
b) संज्ञा उपवाक्य
c) क्रिया-विशेषण
d) परिणामबोधक
‘काश मैं वहाँ होता!’ यह वाक्य किस प्रकार का है?
a) आज्ञावाचक
b) इच्छावाचक
c) निषेधवाचक
d) संयुक्त
‘क्योंकि वह बीमार है, वह स्कूल नहीं गया।’ यह वाक्य है –
a) सरल
b) संयुक्त
c) मिश्र
d) आदेशवाचक
‘तुम मेरे साथ चलो।’ यह वाक्य है –
a) आज्ञावाचक
b) प्रश्नवाचक
c) इच्छावाचक
d) निषेधवाचक
‘मैं नहीं जाऊँगा।’ यह वाक्य है –
a) विधानवाचक
b) निषेधवाचक
c) प्रश्नवाचक
d) विकल्पसूचक
वाक्यांश में क्या नहीं होता?
a) कुछ शब्द
b) अधूरा अर्थ
c) पूर्ण अर्थ
d) भाव
‘तब मैं घर पर था जब वह आया।’ किस प्रकार का उपवाक्य है?
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) परिणाम
‘जो छात्र मेहनत करता है, वह सफल होता है।’ इसमें कौन-सा उपवाक्य है?
a) विशेषण
b) संज्ञा
c) क्रिया-विशेषण
d) संयुक्त
‘या तो तुम चुप रहो या बाहर जाओ।’ यह वाक्य है –
a) विकल्पसूचक
b) संयोजक
c) क्रिया-विशेषण
d) निषेधवाचक
‘हालाँकि वह समझदार है, फिर भी गलती करता है।’ यह वाक्य है –
a) क्रिया-विशेषण
b) संज्ञा उपवाक्य
c) संयुक्त – विभाजक
d) सरल
‘जो व्यक्ति ईमानदार होता है, वह आदर्श बनता है।’ उपवाक्य है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) विकल्पसूचक
‘तब परीक्षा समाप्त हो चुकी थी।’ में कौन-सी क्रिया है?
a) समाप्त
b) हो चुकी थी
c) तब
d) परीक्षा
‘कृपया मुझे माफ करें।’ वाक्य कैसा है?
a) आदेशवाचक
b) प्रार्थनावाचक
c) संदेहवाचक
d) विकल्पसूचक
‘तुम उसे माफ कर दो।’ यह किस भाव को दर्शाता है?
a) आदेश
b) प्रार्थना
c) विकल्प
d) विस्मय
‘वह स्कूल नहीं गया क्योंकि वह बीमार था।’ वाक्य का प्रकार है –
a) संयुक्त
b) मिश्र
c) निषेध
d) विशेषण
‘यह वही लड़का है जो हर बार प्रथम आता है।’ उपवाक्य है –
a) संज्ञा
b) विशेषण
c) क्रिया-विशेषण
d) संयोजक
‘तुम सच बोलो।’ किस प्रकार का वाक्य है?
a) आज्ञावाचक
b) संज्ञावाचक
c) विकल्पवाचक
d) क्रियावाचक
✅ उत्तर कुंजी (Answer Key)
1.b 2. c 3. b 4. a 5. b 6. b 7. c 8. a 9. b 10. a
11.b 12. c 13. b 14. d 15. b 16. a 17. b 18. c 19. c 20. c
21.b 22. d 23. b 24. a 25. c 26. a 27. c 28. b 29. a 30. b
31.b 32. c 33. b 34. b 35. b 36. c 37. a 38. b 39. c 40. c
41.a 42. a 43. c 44. b 45. b 46. b 47. a 48. b 49. b 50. a
हिंदी व्याकरण अध्याय सूची:
भाषा, हिन्दी भाषा, वर्ण, शब्द, पद, काल, वाक्य, विराम चिन्ह, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, क्रिया विशेषण, विस्मयादि बोधक, संबंध बोधक, निपात , वचन, लिंग, कारक, उपसर्ग, प्रत्यय, संधि, छन्द, समास, अलंकार, रस, विलोम शब्द, तत्सम–तद्भव शब्द, पर्यायवाची शब्द, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, एकार्थक शब्द, शब्द युग्म, शुद्ध और अशुद्ध शब्द, मुहावरे, लोकोक्तियाँ, पद्य रचनाएँ, गद्य रचनाएँ, जीवन परिचय।
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