"संबंधबोधक Sambandhbodhak अव्यय की संपूर्ण जानकारी | हिंदी व्याकरण"

🧭 संबंधबोधक अव्यय (Preposition in Hindi)📌 परिभाषा:

वे शब्द जो किसी संज्ञा या सर्वनाम का संबंध किसी अन्य संज्ञा या सर्वनाम के साथ स्पष्ट करते हैं, उन्हें संबंधबोधक अव्यय कहते हैं। ये शब्द प्रायः संज्ञा या सर्वनाम के बाद प्रयुक्त होते हैं और इनके साथ किसी न किसी परसर्ग (प्रत्यय) का प्रयोग भी होता है।

Sambandhbodhak
संबंधबोधक अव्यय – परिभाषा, भेद, उदाहरण

📘 संबंधबोधक अव्यय – परिभाषा, उदाहरण और भेद

वे शब्द जो संज्ञा/सर्वनाम का अन्य संज्ञा/सर्वनाम के साथ संबंध का बोध कराते हैं, उन्हें संबंधबोधक अव्यय कहते हैं। ये सामान्यतः संज्ञा या सर्वनाम के बाद प्रयुक्त होते हैं और इनके साथ किसी-न-किसी परसर्ग (जैसे – के, की, से, को आदि) का प्रयोग होता है।

उदाहरण: के पास, के ऊपर, से दूर, के कारण, के लिए, की ओर, की जगह, के अनुसार, के आगे, के साथ, के सामने आदि।

📌 संबंधबोधक अव्यय के उदाहरण

  • विद्यालय के सामने बगीचा है।
  • यहाँ से पूरब की ओर तालाब है।
  • मैं कार्यालय से दूर पहुँच चुका था।
  • इसी जंगल के पीछे नदी बहती है।
  • तुम घर के भीतर जाओ।

📖 संबंधबोधक अव्यय के भेद

  1. स्थानवाचक
  2. दिशाबोधक
  3. कालवाचक
  4. साधनवाचक
  5. कारणवाचक
  6. सीमावाचक
  7. विरोधसूचक
  8. समतासूचक
  9. हेतुवाचक
  10. सहचरसूचक
  11. विषयवाचक
  12. संग्रवाचक

📍 स्थानवाचक संबंधबोधक

जो अव्यय शब्द स्थान का बोध कराते हैं, उन्हें स्थानवाचक संबंधबोधक कहते हैं। जैसे: बाहर, भीतर, ऊपर, नीचे, सामने, पीछे, बीच आदि।
उदाहरण: मेरे घर के सामने बगीचा है।

🧭 दिशावाचक संबंधबोधक

जो शब्द दिशा का बोध कराते हैं जैसे: ओर, तरफ, समीप, प्रति।
उदाहरण: परिवार की तरफ देखो।

⏳ कालवाचक संबंधबोधक

जो समय दर्शाते हैं जैसे: पहले, बाद, पीछे, पश्चात।
उदाहरण: राम के बाद कोई अवतार नहीं हुआ।

🔧 साधनवाचक संबंधबोधक

जो साधन/माध्यम को दर्शाते हैं जैसे: द्वारा, सहारे, जरिये।
उदाहरण: वह मित्र के सहारे पास हुआ।

🎯 कारणवाचक संबंधबोधक

जो कारण बताते हैं जैसे: हेतु, निमित्त, खातिर।
उदाहरण: मैं उसके कारण

📏 सीमावाचक संबंधबोधक

जो सीमा को दर्शाते हैं जैसे: तक, भर, पर्यंत।
उदाहरण: समुद्र पर्यन्त

⚔️ विरोधसूचक संबंधबोधक

जो विरोध को दर्शाते हैं जैसे: विपरीत, विरुद्ध, प्रतिकूल।
उदाहरण: आतंकवादी कानून के विरुद्ध

⚖️ समतासूचक संबंधबोधक

जो समानता उदाहरण: मानसी के समान

📌 हेतुवाचक संबंधबोधक

जहाँ सिवा, रहित, अतिरिक्त उदाहरण: उसके अतिरिक्त

🤝 सहचरसूचक संबंधबोधक

जो साथ उदाहरण: वह मित्र समेत

🗂️ विषयवाचक संबंधबोधक

जो किसी विषय उदाहरण: परीक्षा के विषय

📦 संग्रवाचक संबंधबोधक

जहाँ तक, भर, समेत उदाहरण: कमरे भर

संबंधबोधक अव्यय

📘 संबंधबोधक अव्यय – परिभाषा, तालिका और भेद

संबंधबोधक अव्यय वे शब्द होते हैं जो संज्ञा या सर्वनाम का संबंध वाक्य के अन्य संज्ञा/सर्वनाम या पदों से स्थापित करते हैं। ये सामान्यतः संज्ञा/सर्वनाम के बाद आते हैं और इनके साथ ‘के’, ‘से’, ‘की’, ‘को’ जैसे परसर्ग जुड़े होते हैं।

📌 उदाहरण:

  • लाल किले पर तिरंगा लहरा रहा है।
  • घर के आगे बगीचा है।
  • राम के नाम के बिना सुख नहीं मिलता।
  • उसके साथ बच्चे भी गए।
  • ज्ञान के बिना जीवन बेकार है।
  • पेड़ के नीचे गाय है।
  • पुलिस स्टेशन के चारों ओर भीड़ इकट्ठी हो गई।
  • सुरेन्द्र की अपेक्षा अशोक अधिक बुद्धिमान है।
  • उस के विरुद्ध मैं कुछ नहीं कर सकता।

इन वाक्यों में मोटे शब्द जैसे ‘के बिना’, ‘उसके साथ’, ‘के नीचे’, ‘की अपेक्षा’, ‘के विरुद्ध’ आदि संबंधबोधक हैं क्योंकि ये शब्दों का अन्य शब्दों से संबंध बता रहे हैं।

🧾 संबंधबोधक शब्दों की तालिका

संबंधबोधक – 1 संबंधबोधक – 2 संबंधबोधक – 3
के द्वारा के लिए के समान
से पहले के मारे से लेकर
की अपेक्षा के बराबर के हाथ
के बिना के बदले से विपरीत कारण
के विषय में के आसपास के अतिरिक्त
की वजह के साथ से दूर

📖 संबंधबोधक और क्रिया विशेषण में अंतर

क्रिया विशेषण संबंधबोधक
वह पीछे भागा। वह राम के पीछे भागा।
लोग बाहर चले गए। लोग नगर से बाहर चले गए।
लड़के भीतर आए। लड़के कमरे के भीतर आए।

निष्कर्ष: जब कोई शब्द संज्ञा या सर्वनाम के साथ आता है और उसके साथ ‘के’, ‘से’, ‘की’ आदि हो, तो वह संबंधबोधक होता है। यदि यह परसर्ग नहीं है, तो वह क्रिया विशेषण होता है।

📌 संबंधबोधक के प्रयोग के प्रकार

  • विभक्ति के साथ: राम-नाम के समान कोई मित्र नहीं।
  • बिना विभक्ति के: भाई सहित
  • दोनों रूपों में: पति के बिना या पति-बिना गति नहीं।

 

📚 उदाहरण:
➡️ के पास
➡️ के ऊपर
➡️ से दूर
➡️ के कारण
➡️ के लिए
➡️ की ओर
➡️ की जगह
➡️ के अनुसार
➡️ के आगे
➡️ के साथ
➡️ के सामने

💡 वाक्य में प्रयोग:
🏫 विद्यालय के सामने बगीचा है।
(यहाँ ‘विद्यालय’ और ‘बगीचा’ के बीच संबंध ‘के सामने’ द्वारा व्यक्त हो रहा है।)

🔍 संबंधबोधक अव्यय पहचानिए:

1️⃣ यहाँ से पूरब की ओर तालाब है।
2️⃣ मैं कार्यालय से दूर पहुँच चुका था।
3️⃣ इसी जंगल के पीछे नदी बहती है।
4️⃣ तुम घर के भीतर जाओ।

🧭 संबंधबोधक अव्यय के भेद (Types of Prepositions in Hindi)

📍 1. स्थानवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय स्थान का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: बाहर, भीतर, ऊपर, नीचे, बीच, आगे, पीछे, सामने, निकट
📝 उदाहरण: मेरे घर के सामने बगीचा है।

🧭 2. दिशावाचक संबंधबोधक
जो अव्यय दिशा का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: निकट, समीप, ओर, सामने, तरफ, प्रति
📝 उदाहरण: परिवार की तरफ देखो कि कितने भले हैं।

3. कालवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय समय का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: पहले, बाद, आगे, पीछे, पश्चात, उपरांत
📝 उदाहरण: राम के बाद कोई अवतार नहीं हुआ।

🛠️ 4. साधनवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय साधन या माध्यम का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: निमित्त, द्वारा, जरिये, सहारे, माध्यम, मार्फत
📝 उदाहरण: वह मित्र के सहारे ही पास हो गया।

🎯 5. कारणवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय किसी कारण का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: कारण, हेतु, वास्ते, निमित्त, खातिर
📝 उदाहरण: उसने परिवार के खातिर नौकरी छोड़ी।

📏 6. सीमावाचक संबंधबोधक
जो अव्यय सीमा का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: तक, पर्यन्त, भर, मात्र
📝 उदाहरण: समुद्र पर्यन्त यह पृथ्वी तुम्हारी है।

⚔️ 7. विरोधसूचक संबंधबोधक
जो अव्यय विरोध या प्रतिकूलता का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: उल्टे, विरुद्ध, प्रतिकूल, विपरीत
📝 उदाहरण: आतंकवादी कानून के विरुद्ध लड़ते हैं।

📊 अन्य प्रमुख भेदों की सूची:
(यदि विस्तृत व्याख्या चाहिए तो बताइए)

🧑‍🤝‍🧑 समतासूचक
🎯 हेतुवाचक
👫 सहचरसूचक
📂 विषयवाचक
📦 संग्रवाचक

👬 8. समतासूचक संबंधबोधक
जो अव्यय दो वस्तुओं या व्यक्तियों के बीच समानता या तुलना का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: समान, बराबर, जैसा, जितना
📝 उदाहरण: उसका कार्य तुम्हारे जैसा है।

🎯 9. हेतुवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय किसी कार्य के कारण या हेतु को दर्शाते हैं।
🔹 जैसे: क्योंकि, इसलिये, जिससे, ताकि
📝 उदाहरण: मैं मेहनत करता हूँ ताकि सफल हो सकूँ।

🤝 10. सहचरसूचक संबंधबोधक
जो अव्यय किसी के साथ या संग होने का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: साथ, संग, सहित
📝 उदाहरण: वह अपने मित्र के साथ गया।

📚 11. विषयवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय किसी विषय, विषयवस्तु या संदर्भ का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: बारे में, विषय में, संदर्भ में
📝 उदाहरण: हमें भारत के इतिहास के बारे में जानना चाहिए।

📦 12. संग्रवाचक संबंधबोधक
जो अव्यय किसी समूह, संग्रह या वस्तु के भीतर होने का बोध कराते हैं।
🔹 जैसे: भीतर, अंदर, अंदरूनी, में
📝 उदाहरण: डिब्बे के भीतर मिठाई रखी है।

🧭 प्रयोग के आधार पर संबंधबोधक अव्यय के भेद

📌 1. सविभक्तिक संबंधबोधक
वे संबंधबोधक जो विभक्ति के साथ संज्ञा या सर्वनाम के बाद आते हैं।
🔹 जैसे: आगे, पीछे, समीप, दूर, ओर, पहले, पास
📝 उदाहरण:
➡️ घर के आगे
➡️ राम के पीछे
➡️ स्कूल के समीप
➡️ नगर से दूर
➡️ उत्तर की ओर
➡️ लक्ष्मण से पहले
➡️ राम के पास

📌 2. निर्विभक्तिक संबंधबोधक
वे संबंधबोधक जो बिना विभक्ति के सीधे संज्ञा के बाद आते हैं।
🔹 जैसे: भर, तक, समेत, पर्यन्त, सहित
📝 उदाहरण:
➡️ वह रात भर घूमता रहा।
➡️ वह सुबह तक लौट आया।
➡️ वह बाल-बच्चों समेत यहाँ आया।
➡️ वह जीवन पर्यन्त ब्रह्मचारी रहा।
➡️ वह परिवार सहित विवाह में आया।

📌 3. उभयविभक्तिक संबंधबोधक
वे संबंधबोधक जिनका प्रयोग दोनों प्रकार (विभक्ति के साथ और बिना) किया जाता है।
🔹 जैसे: द्वारा, रहित, बिना, अनुसार
📝 उदाहरण:
➡️ पत्र के द्वारा / पत्र द्वारा
➡️ गुण के रहित / गुणरहित
➡️ धन के बिना / धन बिना
➡️ रीति के अनुसार / रीति अनुसार

🧭 रूप के आधार पर संबंधबोधक अव्यय के भेद

🔹 1. मूल संबंधबोधक
वे शब्द जो किसी अन्य शब्द से मिलकर नहीं बनते, बल्कि अपने मूल रूप में प्रयोग होते हैं, उन्हें मूल संबंधबोधक कहा जाता है।
📝 जैसे: बिना, समेत, तक
📌 उदाहरण:
➡️ वह बिना किसी डर के बोला।
➡️ वह बाल-बच्चों समेत आया।
➡️ मैं रात तक पढ़ाई करता रहा।

🔸 2. यौगिक संबंधबोधक
जो अव्यय शब्द संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया या विशेषण के योग से बनते हैं, उन्हें यौगिक संबंधबोधक कहते हैं।
📝 उदाहरण:
➡️ पर्यन्त = परि + अंत
📌 उदाहरण वाक्य:
➡️ वह जीवन पर्यन्त ब्रह्मचारी रहा।

📘 MCQs: संबंधबोधक अव्यय (Prepositions in Hindi)

प्रश्न 1:
‘राम के साथ श्याम भी गया।’ वाक्य में संबंधबोधक अव्यय कौन-सा है?
A. राम
B. श्याम
C. गया
D. के साथ
✅ उत्तर: D. के साथ

प्रश्न 2:
निम्नलिखित में से कौन-सा स्थानवाचक संबंधबोधक है?
A. तक
B. पीछे
C. हेतु
D. द्वारा
✅ उत्तर: B. पीछे

प्रश्न 3:
‘पत्र के द्वारा सूचना भेजी गई।’ में कौन-सा प्रकार है?
A. कालवाचक
B. कारणवाचक
C. साधनवाचक
D. विरोधसूचक
✅ उत्तर: C. साधनवाचक

प्रश्न 4:
‘बिना’ किस प्रकार का संबंधबोधक है?
A. सविभक्तिक
B. निर्विभक्तिक
C. उभयविभक्तिक
D. यौगिक
✅ उत्तर: C. उभयविभक्तिक

प्रश्न 5:
‘समेत’ संबंधबोधक है—
A. मूल
B. यौगिक
C. सविभक्तिक
D. कालवाचक
✅ उत्तर: A. मूल

प्रश्न 6:
‘जीवन पर्यन्त’ में प्रयुक्त ‘पर्यन्त’ है—
A. यौगिक
B. मूल
C. कारणवाचक
D. दिशावाचक
✅ उत्तर: A. यौगिक

प्रश्न 7:
‘उत्तर की ओर’ में ‘की ओर’ है—
A. कालवाचक
B. साधनवाचक
C. दिशावाचक
D. विरोधसूचक
✅ उत्तर: C. दिशावाचक

प्रश्न 8:
‘लक्ष्मण से पहले’ में ‘से पहले’ संबंधबोधक का प्रकार है—
A. कारणवाचक
B. कालवाचक
C. साधनवाचक
D. सीमावाचक
✅ उत्तर: B. कालवाचक

प्रश्न 9:
निम्न में कौन-सा विरोधसूचक संबंधबोधक है?
A. हेतु
B. साथ
C. विरुद्ध
D. तक
✅ उत्तर: C. विरुद्ध

प्रश्न 10:
‘धन के बिना’ और ‘धन बिना’ दोनों में प्रयुक्त संबंधबोधक है—
A. सविभक्तिक
B. निर्विभक्तिक
C. उभयविभक्तिक
D. साधनवाचक
✅ उत्तर: C. उभयविभक्तिक

निम्नलिखित वाक्यों में संबंधबोधक शब्द

 

  1. रोटी के लिए आदमी क्या नहीं करता
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के लिए

  2. बगीचे के अंदर माली काम कर रहा है
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के अंदर

  3. हिरन पेड़ के आस-पास चौकड़ी भरते हैं
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के आस-पास

  4. रोहन के यहाँ टीचर पढ़ाने आएगी
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के यहाँ

  5. चोर घर के भीतर घुस आए
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के भीतर

  6. दिनेश के द्वारा मुझे पत्र की प्राप्ति हुई
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के द्वारा

  7. बच्चों के संग बड़े भी बारिश में भीगने लगे
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के संग

  8. मंदिर के निकट सुंदर बगीचा है
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के निकट

  9. दर्द के मारे रोगी रात-भर सो न सका
    🔹 संबंधबोधक शब्द: के मारे

  10. लड़की घंटों तक रोती रही
    🔹 संबंधबोधक शब्द: तक

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